कुशेश्वरस्थान CHC का निरीक्षण करने पहुंचे जेडीयू विधायक:डॉक्टर नहीं रहने पर भड़के, बोले- प्रभारी निजी क्लिनिक चलाते हैं, मरीजों को देखने वाला कोई नहीं है
दरभंगा के कुशेश्वरस्थान सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का जेडीयू विधायक अमन भूषण हजारी ने औचक निरीक्षण किया। इस दौरान ड्यूटी पर डॉक्टर के नहीं रहने से भड़क गए। विभागीय कार्रवाई की बात कही है। जेडीयू विधायक ने कहा कि अस्पताल से कुछ ही दूरी पर मेरा घर है। रात में सांप के काटने के बाद एक मरीज पहुंचा, लेकिन कोई डॉक्टर ही मौजूद नहीं थे। गर्भवती महिला भी प्रसव पीड़ा से कराह रही थी। देखने वाला कोई नहीं था। मगर अस्पताल में न तो डॉक्टर थे और न ही नर्स। पूरे परिसर में मरीजों के अलावा कोई जिम्मेदार स्वास्थ्यकर्मी नहीं था। जब से प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. मो. सोहराब आए हैं, तब से अस्पताल की हालत खराब हो गई है। वे कभी भी समय पर नहीं आते हैं। अपना निजी क्लिनिक बिरौल में चलाते हैं। कई बार शिकायत की जा चुकी है, लेकिन अब इस गंभीर लापरवाही पर विभागीय कार्रवाई के लिए लिखित रूप से अनुरोध किया जाएगा। यहां देखने सुनने वाला कोई नहीं है मौके पर मौजूद 20 सूत्री अध्यक्ष राजेश कुमार ने बताया कि अस्पताल में प्रभारी चिकित्सक और नर्स की गैरमौजूदगी से मरीजों को भारी परेशानी उठानी पड़ती है। यहां पर्याप्त सुविधाएं उपलब्ध हैं। इसके बावजूद लोगों को बाहर प्राइवेट अस्पतालों में जाना पड़ता है। दवा भी बाहर से खरीदनी पड़ती है। हॉस्पिटल में भर्ती मरीज के परिजन हीरा देवी ने भी आक्रोश जताते हुए कहा कि मैं दिन से यहां हूं, लेकिन न तो कोई नर्स देखने आती है और न ही समय पर दवा-पानी दिया जा रहा है। मेरी बहू प्रसव पीड़ा से तड़प रही है। सुध लेने वाला कोई नहीं है। अस्पताल चलाना मुश्किल हो रहा है उधर, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. मो सोहराब ने अपने बचाव में कहा कि कुशेश्वरस्थान सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कुल 12 चिकित्सकों की स्वीकृति है, फिलहाल 2 डॉक्टर ही पदस्थापित हैं। अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्रों से बुलाकर किसी तरह अस्पताल का संचालन किया जा रहा है। कई बार मैंने लिखित और मौखिक रूप से उच्च अधिकारियों को जानकारी दी है। हाल ही में सिविल सर्जन कार्यालय से दो चिकित्सकों की प्रतिनियुक्ति की गई थी, लेकिन उनमें से एक ने ज्वॉइन नहीं किया। इस कारण अस्पताल को 24×7 चलाना बेहद चुनौतीपूर्ण हो गया है।