समस्तीपुर जिला मुख्यालय से 20 किलोमीटर दूर नरघोगी गांव में श्री राम जानकी मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल का उद्घाटन जनवरी 2024 में सीएम नीतीश कुमार ने किया था। मेडिकल कॉलेज के खुले हुए डेढ़ वर्ष से अधिक समय हो चुका है, लेकिन अभी तक इमरजेंसी सेवा नहीं शुरू हुई है। यहां तक की एडमिशन भी शुरू नहीं हो पाया है। कॉलेज प्रबंधन का कहना है कि इसके लिए अभी दो साल का और इंतजार करना होगा। लोगों को अभी सिर्फ ओपीडी सेवा से ही संतुष्ट रहना होगा। अगर कोई इमरजेंसी पेशेंट आता है तो उसे सदर अस्पताल रेफर किया जाता है। जबकि नियमानुसार सदर अस्पताल से पेशेंट मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर किया जाता है। जिससे लोगों की परेशानी बढ़ी हुई है। अगले साल से इमरजेंसी सेवा शुरू होने की संभावना अधीक्षक डॉ. जीसी कर्ण ने बताया कि उद्घाटन के समय 22 डॉक्टर, 22 नर्स और 10 टेक्निकल स्टाफ के भरोसे मेडिकल कॉलेज शुरू किया गया था। इनके भरोसे OPD सेवा शुरू की गई थी। शुरुआती दिनों में औसतन 200 से 300 मरीज आते थे। धीरे-धीरे इसकी संख्या अब बढ़ती जा रही है। अब औसतन 700 से 800 मरीज रोज यहां पहुंच रहे हैं। हाल के दिनों अल्ट्रासाउंड, एक्स-रे और ब्लड जांच की व्यवस्था शुरू की गई है। अभी डॉक्टर की संख्या 25 और नर्स की संख्या 48 हो गई है। इमरजेंसी सेवा शुरू करने के लिए अलग-अलग विभागों में करीब 1100 कर्मचारियों की नियुक्ति होनी है। जिसमें 450 डॉक्टर के अलावा 250 नर्स, 400 टेक्निकल स्टाफ शामिल हैं। इसके लिए सरकार से पत्राचार किया गया है। डॉक्टर और कर्मियों की नियुक्ति बीपीएससी के माध्यम से किया जाना है। इसके अलावा HVAC लगाए जा रहे हैं। जगह-जगह पर CCTV कैमरा भी लगाया जाना है। इसमें देर हो रही है। व्यवस्था के अभाव में यहां इमरजेंसी सेवा शुरू नहीं हो पा रही है। सब ठीक रहा तो अगले वर्ष जनवरी से यह सुविधा शुरू हो सकती है। एडमिशन के लिए अभी दो साल और इंतजार करना होगा अधीक्षक डॉ. जीसी कर्ण ने आगे कहा कि नया मेडिकल कॉलेज खुलने के बाद एडमिशन के लिए कम से कम तीन साल का समय दिया जाता है। अभी उद्घाटन हुए करीब डेढ़ वर्ष ही हुए हैं। ऐसी स्थिति में इस बार भी यहां एडमिशन नहीं हो पाएगा। अभी इंतजार करना होगा। जिसके बाद एमबीबीएस कोर्स में एडमिशन संभव होगा।