प्रधानमंत्री मोदी ने किया बिहार जीविका निधि का शुभारंभ:महिला उद्यमियों को मिलेगी सस्ती लोन सुविधा, नालंदा में महिलाएं बोलीं- कमाई में बढ़ोतरी हुई
ग्रामीण महिला उद्यमिता को नई दिशा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज बिहार राज्य जीविका निधि साख सहकारी संघ लिमिटेड का शुभारंभ किया। नालंदा के नगर भवन, बिहार शरीफ से आयोजित इस ऐतिहासिक कार्यक्रम का सीधा प्रसारण पूरे जिले में 291 स्थलों पर किया गया, जिसमें लगभग 60,533 जीविका दीदियों ने भाग लिया। शुभारंभ के मौके पर प्रधानमंत्री ने संस्था के बैंक खाते में 105 करोड़ रुपए की राशि भी हस्तांतरित की। यह राशि ग्रामीण महिला उद्यमियों को वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए प्रारंभिक पूंजी के रूप में काम करेगी। इस पहल से बिहार की महिलाओं को आर्थिक स्वावलंबन की दिशा में एक मजबूत आधार मिलने की उम्मीद है। जीविका निधि की स्थापना का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण महिला उद्यमियों को सस्ती ब्याज दरों पर वित्तीय सुविधा उपलब्ध कराना है। वर्तमान में महिला उद्यमियों को 18 से 24 प्रतिशत तक की ऊंची ब्याज दरों पर सूक्ष्म वित्त संस्थानों से ऋण लेना पड़ता था। यह नई व्यवस्था इस समस्या का समाधान करते हुए एक ऑप्शनल और किफायती वित्तीय प्रणाली प्रदान करेगी। धन हस्तांतरण में पारदर्शिता और तेजी सुनिश्चित होगी जीविका निधि की विशेषता यह है कि यह पूरी तरह से डिजिटल प्लेटफॉर्म पर संचालित होगी। इससे धन हस्तांतरण में पारदर्शिता और तेजी सुनिश्चित होगी। जीविका दीदियों के बैंक खातों में सीधे और तुरंत पैसा पहुंचेगा। इस व्यवस्था को और भी सुविधाजनक बनाने के लिए सामुदायिक कार्यकर्ताओं को टैबलेट से लैस किया गया है। जीविका के सभी पंजीकृत कलस्टर-स्तरीय फेडरेशन इस संस्था के सदस्य बनेंगे। इस महत्वाकांक्षी योजना के संचालन के लिए बिहार सरकार और केंद्र सरकार दोनों मिलकर धनराशि का योगदान करेंगी, जो इसकी निरंतरता और प्रभावशीलता को सुनिश्चित करेगा। महिला उद्यमियों ने अपने अनुभव साझा किए कार्यक्रम के दौरान स्थानीय महिला उद्यमियों ने अपने अनुभव साझा किए। बिहार शरीफ की अम्बेर निवासी सोनी देवी ने बताया कि चार साल पहले जीविका से जुड़ने के बाद उन्होंने 12 लोगों को रोजगार के अवसर प्रदान किए हैं, जिससे उनकी आमदनी में वृद्धि हुई है। मकड़ा के सर्वोदय नगर की निवासी पूनम कुमारी, जो 2012 से जीविका से जुड़ी हैं, वे कपड़े सिलने से शुरुआत करके न केवल अपना रोजगार स्थापित किया, बल्कि दर्जन भर से अधिक महिलाओं को प्रशिक्षण भी दिया है। उन्होंने चूड़ी बनाने का प्रशिक्षण भी प्रदान किया है। छोटी पहाड़ी की रितु देवी, जो श्रृंगार की दुकान चलाती हैं, उसने बताया कि वे जीविका से ऋण लेकर अपने व्यापार का विस्तार करना चाहती हैं। महिलाओं में उद्यमिता का विकास पिछले कुछ सालों में जीविका के स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाओं में उद्यमिता का विकास हुआ है। इससे ग्रामीण क्षेत्रों में अनेक लघु उद्यमों और उत्पादक कंपनियों की स्थापना हुई है। जीविका निधि के शुभारंभ से इस प्रक्रिया में और भी तेजी आने की संभावना है। इस महत्वपूर्ण अवसर पर नालंदा के सांसद कौशलेंद्र कुमार, बिहार विधान परिषद की सदस्य रीना यादव, नालंदा के जिला पदाधिकारी कौशल कुमार, उप विकास आयुक्त श्रीकांत कुंडलिक खांडेकर, बिहार शरीफ नगर निगम की मेयर अनीता देवी, अनुमंडल पदाधिकारी, जीविका परियोजना प्रबंधक सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
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