पुलिस का दावा जोया ने खुदकुशी की, परिजन बोले-हत्या हुई:हमारे घर में केरोसिन नहीं आता, फिर बहन ने कैसे खुद को जलाया; कहानी बना रही पुलिस
पटना के स्कूल में जलकर हुई छात्रा की मौत के मांमले में पुलिस और परिवार की थ्योरी अलग-अलग है। पुलिस का दावा है कि जोया ने खुद को आग लगाकर खुदकुशी की। जांच रिपोर्ट के मुताबिक, छात्रा ने स्कूल के शौचालय में खुद आग लगाई थी। परिजनों को पुलिस की जांच रिपोर्ट पर भरोसा नहीं है। परिवार वालों का आरोप है कि जोया को स्कूल में साजिश के तहत जलाया गया। परिजनों के मुताबिक, पुलिस की जांच एकतरफा है और कई गंभीर सवालों को अनदेखा किया जा रहा है। दरअसल, 27 अगस्त को पटना के गर्दनीबाग स्थित अमला टोला कन्या मध्य विद्यालय की 5वीं की छात्रा जोया स्कूल के बाथरूम में जली मिली थी, जिसकी इलाज के दौरान पीएमसीएच में मौत हो गई। घटना के बाद गुस्साए परिजन और छात्रों ने स्कूल में तोड़फोड़ की। स्कूल के बाहर जाम लगाया, आगजनी भी की गई। हंगामा रोकने आए पुलिस वालों को लोगों ने थप्पड़ भी मारे। इस रिपोर्ट में पढ़िए पुलिस किस आधार पर सुसाइड की बात कह रही, और परिवार क्यों पुलिस के दावों को नकार रहा..... पहले जानिए पुलिस की थ्योरी, जिसके आधार पर सुसाइड की बात कही जा रही... पुलिस का कहना है, 'जोया ने बाथरूम में जाकर खुद को आग लगाई। आग लगाने के बाद वह चिल्लाई ताे शिक्षक, स्कूल कर्मी और अन्य छात्राएं दौड़कर बाथरूम की तरफ गए।' 'इसके बाद कर्मियों की मदद से छात्रा खुद ही बाथरूम का गेट अंदर से खोलकर बाहर आई।' पुलिस को शौचालय या उसके आसपास किसी अन्य के होने के कोई सबूत नहीं मिले हैं। वहीं, बाथरूम से FSL की टीम ने एक बोतल बरामद की थी, जिसमें केरोसिन था। वैसी ही पानी की दो बोतल पुलिस ने छात्रा के घर से भी बरामद की। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में भी सिर्फ जलने से मौत की बात कही गई है। हालांकि विसरा प्रिजर्व कर लिया गया है, जिसे FSL भेजा जाएगा। पुलिस अब यह जांच कर रही है कि किस वजह से छात्रा ने खुदकुशी की। उसे किसी ने खुदकुशी के लिए उकसाया या कोई अन्य कारण था? सिटी एसपी मध्य दीक्षा ने कहा, 'छात्रा ने खुदकुशी की है। उसने खुद आग लगाई है। इसके पीछे कारण क्या है, अब इसकी जांच चल रही है।' अब जोया के परिवार का क्या कहना है वो पढ़िए.. दैनिक भास्कर की टीम जोया परवीन के घर पहुंची तो उसके परिवार वालों ने दावा किया, पुलिस की थ्योरी पूरी तरह गलत है। जब हमने आसपास के लोगों से बात करने की कोशिश की तो सब डरे हुए थे। लोगों का कहना है कि हमने इंसाफ के लिए आवाज उठाई तो हमारे लोगों को जेल में बंद कर दिया गया। भाई बोला- कहानी बना रही पुलिस जोया परवीन के भाई वारिस परवीन ने कहा, 'पुलिस का दावा पूरी तरह गलत है। पुलिस घर से दो बोतल लेकर गई थी, जिनमें से एक खाली थी और एक में सिर्फ पानी भरा था। पुलिस ने खुद ही बोतल का वीडियो बनाने की अनुमति दी और कहा- बना लो वीडियो।' परिवार के अनुसार, 'घर से कभी केरोसिन तेल ले जाया ही नहीं गया। पुलिस केवल खाली बोतल और जोया की दो कॉपियां ले गईं।' टीचर डे की तैयारी कर रही थी जोया भाई ने कहा, 'अब अपनी बहन के इंसाफ मिलने की उम्मीद कम हो गई है। जिन लोगों का इस घटना से कोई लेना-देना नहीं, पुलिस उन्हें पकड़ रही है।' 'स्कूल के शिक्षक-शिक्षिकाओं से कोई पूछताछ नहीं की जा रही, जबकि वही असली जानकारी दे सकते हैं। पब्लिक में जो लोग आवाज उठा रहे थे, उन्हें ही गिरफ्तार कर लिया गया।' वारिस ने बताया, 'जोया ने अपनी दोस्त से कहा था कि वह टीचर डे सेलिब्रेट करना चाहती है। इसके लिए 150 रुपए मिलाकर लाने की बात हुई थी, लेकिन उसने मम्मी से इस बारे में कुछ नहीं पूछा।' 'घर से वह सिर्फ 10 रुपए ही लेती थी और खाने-पीने की चीजें भी घर पर लाकर खाती थी।' भाई बोला- क्लासमेट से होनी चाहिए पूछताछ जोया के भाई का आरोप है, 'पुलिस केवल परिवार और बाहर के दोस्तों पर दबाव बना रही है। सर और मैम से कोई पूछताछ नहीं हो रही। क्लासमेट से भी पुलिस ने सवाल नहीं किए।' 'असली जांच स्कूल में होनी चाहिए। स्कूल के रजिस्टर से उसके क्लासमेट्स का नाम निकालकर उनसे सवाल होना चाहिए।' भास्कर ने जब हमने जोया परवीन की बहन सीमा परवीन ने भी पुलिस की थ्योरी पर सवाल उठाए। सीमा ने बताया, 'पुलिस घर पर तलाशी के दौरान फ्रिज से दो बोतल और जोया की कॉपियां ले गई। एक उर्दू में लिखा लेटर भी जब्त किया। हमारे घर मिट्टी का तेल आता ही नहीं। हमें यह भी नहीं पता कि कहां से मिलता है? 'अगर जोया घर से तेल लाई होती तो बोतल बाथरूम के अंदर मिलता, बाहर नहीं। सीसीटीवी फुटेज पुलिस के पास है तो परिवार को क्यों नहीं दिखाया जा रहा?' पुलिस के जांच से संतुष्ट नहीं परिवार सीमा ने आकर बताया, 'हम पुलिस की जांच से संतुष्ट नहीं है। माता-पिता चाहते हैं कि जिस तरह जया को जलाया गया उसी तरह दोषियों को फांसी मिले।' 'जब जोया जल रही थी तो स्कूल के शिक्षक उसे क्यों नहीं बचाए? पुलिस ऑटो से अस्पताल ले गई, एम्बुलेंस तक नहीं बुलाया गया।' 'जब उसे अस्पताल ले जाया गया तो शरीर पर कपड़ा भी नहीं था, लोगों ने चादर और गमछा दिया। बाथरूम का गेट बाहर से बंद था, तो जोया खुदकुशी कैसे कर सकती थी?' 4 बहनों में सबसे छोटी थी जोया मृतक जोया के घर में चार बड़ी बहनें और एक बड़ा भाई है। जोया सभी भाई बहनों में सबसे छोटी और सब की प्यारी थी। चितकोहरा मस्जिद बाजार के पास वह अपने परिवार के साथ रेंट के मकान में रहती थी। पिता सब्जी बेचते हैं और मां दूसरों के घर में खाना बनाने का काम करती है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। हालांकि, अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। इस घटना ने एक बार फिर बिहार के सरकारी स्कूलों में सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस पर हमला करने वाले फरार, तलाश में छापेमारी
घटना के दिन गर्दनीबाग थानेदार के साथ मारपीट करने वालों की पहचान पुलिस ने कर ली है। गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है। वहीं चितकोहरा में हंगामा और आगजनी करने वालों की पहचान वीडियो फुटेज से हाे रही है। इस मामले में अबतक 21 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। ------------------------------------- ये खबर भी पढ़ें... 'कमरे में सर-मैम को जोया ने गलत करते देखा था':दोस्त बोली- नाम काटने की धमकी देते; जो बाथरूम हमेशा बंद रहता वो उस दिन कैसे खुला पटना में बुधवार को एक स्कूल के बाथरूम में 5 वीं की स्टूडेंट की जलकर मौत हो गई। लड़की का नाम जोया था। मौत की वजह क्या है ये अब तक साफ हो नहीं पाई है। परिजनों और दोस्तों का आरोप है कि जोया की हत्या की गई है। इस मामले में भास्कर की टीम ने जोया की दोस्त और उसके परिजनों से बात की। पूरी खबर पढ़ें...
What's Your Reaction?
Like
0
Dislike
0
Love
0
Funny
0
Angry
0
Sad
0
Wow
0