भोजपुर के चरपोखरी थाना क्षेत्र में तीन दिन से लापता युवक का शव मंगलवार को मिला है। शव थाना क्षेत्र के भगवान टोला गांव स्थित मलार नदी से मिला। परिजनों ने प्रेम-प्रसंग को लेकर उसकी हत्या कर शव नदी में फेंकने का आरोप लगाया है। मृतक की पहचान सहसपुरा गांव निवासी स्व. शिवमुनी चौधरी के 40 साल के बेटे संतोष चौधरी के रूप में हुई है, जो किसान थे। मृतक के छोटे भाई सूरज चौधरी ने बताया कि 30 अगस्त की रात करीब 10 बजे संतोष के मोबाइल पर कॉल आया। वह बात करते हुए घर से निकले और फिर वापस नहीं लौटे। काफी खोजबीन के बाद भी कुछ पता नहीं चला। अगले दिन यानी 31 अगस्त को परिजनों ने चरपोखरी थाने में लापता होने की प्राथमिकी दर्ज कराई थी। पुलिस और परिजन लगातार तलाश में जुटे थे। अवैध संबंध को लेकर हुआ था विवाद इसी बीच मंगलवार को ग्रामीणों ने मलार नदी में शव देखा और इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा। सूरज चौधरी ने आरोप लगाया कि मृतक का पिछले 3 साल से साली आरती से प्रेम-प्रसंग चल रहा था। लेकिन पिछले छह महीने से उसी महिला का गांव के ही हरेंद्र चौधरी से संबंध था। इसको लेकर विवाद हुआ था। मृतक युवक ने दूसरे आदमी से संबंध का विरोध किया था। परिजनों का आरोप है कि इसी रंजिश में उक्त महिला, हरेंद्र चौधरी, करीमन चौधरी और जितेंद्र चौधरी ने मिलकर संतोष की हत्या कर शव को नदी में फेंक दिया। मृतक संतोष पांच भाइयों और एक बहन में सबसे बड़ा था। परिवार में मां सनफुला कुंवर, पत्नी एकमी देवी, दो बेटियां रूनी और झुनी तथा एक बेटा वीर बहादुर है। घटना के बाद घर में कोहराम मचा हुआ है। मां, पत्नी और अन्य परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। थानाध्यक्ष संतोष कुमार ने बताया कि दो दिन पहले परिजनों ने गुमशुदगी का आवेदन दिया गया था। परिजनों ने बताया था कि युवक टॉयलेट करने के लिए निकला था, लेकिन वापस नहीं आया है। पुलिस आवेदन और आरोप के आधार पर जांच कर रही है।