बांका के शंभूगंज में एक निजी क्लिनिक में प्रसव के दौरान 25 वर्षीय महिला और उसके जुड़वां बच्चों की मौत हो गई। मृतका की पहचान बरौथा गांव निवासी रवीश कुमार की पत्नी रोमा कुमारी के रूप में हुई है। मृतका के परिजनों ने बताया कि बुधवार सुबह प्रसव पीड़ा होने पर रोमा को पहले शंभूगंज सीएचसी लाया गया। जांच में जुड़वां बच्चे स्वस्थ पाए गए। जिसके बाद आशा कार्यकर्ता की सलाह पर उसे मंजू देवी सेवा सदन भेज दिया गया। परिजनों का आरोप है कि क्लिनिक में फीस जमा करने के बाद दिए गए इंजेक्शन से रोमा की हालत बिगड़ी और उसकी मृत्यु हो गई। घटना के बाद परिजनों ने क्लिनिक में हंगामा किया। क्लिनिक संचालक और कर्मचारी मौके से फरार हो गए। लोगों ने कहा तीन महीने पहले भी हो चुकी ऐसी घटनाएं थानाध्यक्ष अरविंद राय पुलिस बल के साथ पहुंचे और स्थिति को नियंत्रित किया। मंजू देवी सेवा सदन पहले भी विवादों में रहा है। तीन महीने पहले एक प्रसूता को पैसे न देने पर छह घंटे तक बंधक बनाया गया था। स्थानीय लोगों का कहना है कि क्षेत्र के निजी क्लिनिकों में अवैध गतिविधियां चलती हैं। कुछ आशा कार्यकर्ता भी इन क्लिनिकों से मिलीभगत कर काम करती हैं।सीएचसी प्रभारी डॉ. अजय शर्मा ने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।