बिहार विधानसभा चुनाव से पहले कटिहार जिले की प्राणपुर विधानसभा सीट पर राजनीतिक समीकरण बदलते दिख रहे हैं। कांग्रेस के प्रमुख कार्यकर्ता आफ़ताब कंचन अब AIMIM (ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन) में शामिल हो गए हैं। उनके इस कदम से क्षेत्र की राजनीति में नई हलचल मच गई है। आफ़ताब कंचन लंबे समय से कांग्रेस की नीतियों और संगठन को मजबूत करने में सक्रिय थे। उन्होंने बताया कि कांग्रेस में उनकी आवाज को नजरअंदाज किया गया, जिसके बाद उन्होंने ऐसे मंच की तलाश की जहाँ न्याय और जनता के हक की बात हो। जनता के हक की लड़ाई लड़ती है AIMIM AIMIM में शामिल होने के बाद आफ़ताब कंचन ने कहा कि यह पार्टी केवल वोट की नहीं, बल्कि जनता के हक की लड़ाई लड़ती है। उन्होंने AIMIM को इसलिए चुना क्योंकि यहाँ हर धर्म और वर्ग के लोगों को समान सम्मान मिलता है, गरीब, किसान और नौजवान की आवाज को ताकत दी जाती है, और राजनीति को सेवा का माध्यम माना जाता है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि आफ़ताब कंचन के AIMIM में आने से प्राणपुर सीट पर मुकाबला दिलचस्प हो गया है। उनकी लोकप्रियता और जनाधार महागठबंधन के उम्मीदवारों के लिए एक बड़ी चुनौती बन सकती है। AIMIM की ओर से आफ़ताब कंचन का चुनाव मैदान में उतरना न केवल मुस्लिम मतदाताओं को प्रभावित कर सकता है, बल्कि दलित और पिछड़े वर्ग के वोटों में भी सेंध लगा सकता है। अब देखना यह होगा कि आफ़ताब कंचन अपने नए राजनीतिक सफर में प्राणपुर की जनता का विश्वास कितनी सफलतापूर्वक जीत पाते हैं।