बेतिया में 17 दिसंबर को फरोग-ए-उर्दू कार्यक्रम:जिला स्तरीय वर्कशॉप, सेमिनार और मुशायरा का होगा आयोजन
बेतिया शहर के रमना मैदान स्थित गांधी सभागार में 17 दिसंबर को जिला स्तरीय फरोग-ए-उर्दू कार्यशाला, सेमिनार और मुशायरा का आयोजन किया जाएगा। यह कार्यक्रम जिला प्रशासन के देखरेख में सुबह 11 बजे से होगा। इस आयोजन को मंत्रिमंडल सचिवालय विभाग के उर्दू निदेशालय, बिहार के सौजन्य से संपन्न कराया जा रहा है। जिलाधिकारी रतनजोत सिंह के आदेश पर आयोजित इस कार्यक्रम का उद्घाटन स्वयं जिलाधिकारी करेंगे। उर्दू निदेशालय, बिहार के निदेशक इसमें विशेष अतिथि के रूप में शामिल होंगे। कार्यक्रम के सुव्यवस्थित संचालन के लिए जिला प्रशासन ने संबंधित विभागों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए हैं। उर्दू भाषा के शैक्षणिक और सामाजिक महत्व पर अपने विचार प्रस्तुत करेंगे इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य उर्दू भाषा, साहित्य और सांस्कृतिक विरासत का संरक्षण एवं संवर्धन करना है। कार्यशाला और सेमिनार के दौरान उर्दू भाषा के विकास, शिक्षा में इसकी उपयोगिता और वर्तमान समय में इसकी भूमिका पर विस्तृत चर्चा की जाएगी। विशेषज्ञ वक्ता उर्दू भाषा के शैक्षणिक और सामाजिक महत्व पर अपने विचार प्रस्तुत करेंगे। उर्दू साहित्य की समृद्ध परंपरा से जुड़ने का अवसर मिलेगा आयोजित मुशायरे में जिले और आसपास के प्रसिद्ध उर्दू शायर तथा साहित्यकार अपनी रचनाएं प्रस्तुत करेंगे। इसमें सामाजिक विषयों, मानवीय संवेदनाओं और सांस्कृतिक मूल्यों पर आधारित शायरी सुनाई जाएगी, जिससे श्रोताओं को उर्दू साहित्य की समृद्ध परंपरा से जुड़ने का अवसर मिलेगा। कार्यक्रम में अधिक संख्या में उपस्थित होकर इसे सफल बनाने की अपील जिला प्रशासन ने उर्दू भाषा प्रेमियों, साहित्यकारों, शिक्षकों और आम नागरिकों से इस कार्यक्रम में अधिक संख्या में उपस्थित होकर इसे सफल बनाने की अपील की है। प्रशासन का मानना है कि ऐसे आयोजन न केवल उर्दू भाषा के प्रचार-प्रसार में सहायक होते हैं, बल्कि समाज में आपसी सौहार्द और सांस्कृतिक एकता को भी मजबूत करते हैं।
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