दरभंगा में प्रसाद खाने के बाद युवक की संदिग्ध मौत:बलि के बाद बांटा गया था बकरे का मीट, बनीपुर के निजी अस्पताल में तोड़ा दम
दरभंगा के बहेड़ी थाना क्षेत्र के भच्छी गांव के रहने वाले महाकांत पोद्दार की शुक्रवार को संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। जानकारी के अनुसार, महाकांत पोद्दार अपने भांजा के बुलाए जाने के बाद घनश्यामपुर थाना क्षेत्र के कोरथु गांव गए थे। महाकांत की बहन के घर दुर्गापूजा का आयोजन चल रहा था, जिसमें दशमी को बलि दी गई थी। बलि दिए जाने के बाद महाकांत को उनकी बहन ने प्रसाद के रूप में मीट-चावल खाने के लिए आयोजित भोज में बुलाया था। जानकारी के मुताबिक, मीट और चावल खाने के बाद महाकांत की तबीयत अचानक बिगड़ गई। उन्हें तुरंत पास के बेनीपुर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। महाकांत की पत्नी को भी कॉल कर उनकी तबीयत खराब होने की जानकारी दी गई। जानकारी के बाद जब महाकांत के परिजन अस्पताल पहुंचे, उन्होंने इलाज खराब स्वास्थ्य की जानकारी दी गई और कहा गया कि उन्हें दिल्ली की फ्लाइट पकड़नी है आपलोग अस्पताल जल्दी पहुंचिए। परिजन मौके पर पहुंचे और इलाज के दौरान महाकांत की मौत हो गई। मृतक की भतीजी बोली- हाजीपुर में मौसा रिक्शा चलाते थे पोस्टमॉर्टम करवाने पहुंची रंजन देवी ने बताया कि महाकांत मेरे मौसा था, पिछले एक साल से हाजीपुर में रह रहे थे। उन्होंने बताया कि मौसा हाजीपुर में रिक्शा चलाते थे, जबकि उनकी पत्नी झाड़ू-पोंछा का काम करती है। उनके एक बेटा पढ़ाई कर रहे हैं और दो छोटी बेटी है। जानकारी के अनुसार, महाकांत अपनी बहन के बुलाने पर कोरथु गांव गए, जहां दुर्गा पूजा के दौरान बलि का आयोजन हुआ। वहां भोज में मीट और चावल खाने के बाद उनकी तबीयत बिगड़ गई और उन्हें उल्टी और दस्त होने लगा। परिजनों ने उन्हें बेनीपुर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। रंजन देवी ने कहा कि परिवार को शक है कि खाना में कुछ मिलाया गया होगा, जिससे उनकी तबीयत खराब हुई और इलाज के दौरान मौत हो गई। उन्होंने बताया कि मृतक के बेटे-बेटी और पत्नी हाजीपुर में रहती हैं। घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस ने परिजनों के साथ शव को पोस्टमॉर्टम के लिए डीएमसीएच भेजा। पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है और मौत के असली कारण का पता लगाने के प्रयास जारी है। मृतक की पत्नी के भाई ने कहा- शक है कि खाना में कुछ मिलाया गया था महाकांत की पत्नी के भाई रमेश कुमार ने बताया कि मृतक के परिवार में दो बेटियां और एक बेटा है। बेटियों में सोनी कुमारी (10 वर्ष) और पायल कुमारी (7 साल) शामिल है, जबकि एक बेटा कन्हैया कुमार (12 वर्ष) है। महाकांत परिवार का इकलौता कमाने वाला शख्स था, हालांकि दीदी झाडू-पोंछा करती है, लेकिन उससे परिवार का पालन होना मुश्किल है। उन्होंने कहा कि मुझे शक है कि मेरे बहनोई के खाना में कुछ मिलाया गया था, जिससे उनकी मौत हुई। अगर खाना में खराबी होती तो और लोगों ने प्रसाद खाया है, उनकी भी तबीयत खराब होनी चाहिए थी। हालांकि, पीड़ित परिवार की ओर से शुक्रवार शाम तक थाना में लिखित शिकायत नहीं दी गई है। बहेड़ी थाना के SHO सूरज कुमार गुप्ता ने बताया कि देर रात मामले की जानकारी हुई तो शव को कब्जे में कर पोस्टमॉर्टम के लिए डीएमसीएच भेज दिया था। घटनास्थल घनश्यामपुर थाना क्षेत्र के कोरथु है। घनश्यामपुर थाना को हमने सूचना दी है। अभी तक लिखित शिकायत परिजन की ओर से नहीं मिला है। अगर आवेदन मिलता है तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
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