किशनगंज की रमजान नदी का जीर्णोद्धार शुरू:9.5 किमी में सौंदर्यीकरण, 9.87 करोड़ की लागत
किशनगंज की ‘लाइफलाइन’ रमजान नदी फिर चमकेगी, 9.87 करोड़ से सफाई और सर्विस रोड का काम शुरूछठ से पहले बन रहे 5 आधुनिक घाट, सुबह-शाम वॉक और यातायात के लिए मिलेगा नया ट्रैक किशनगंज में सालों से गाद, अतिक्रमण और उपेक्षा की मार झेल रही रमजान नदी अब फिर से अपनी पहचान वापस पाने को तैयार है। बाढ़ नियंत्रण एवं जल निस्तारण विभाग ने 9 करोड़ 87 लाख रुपए की लागत से नदी के जीर्णोद्धार और सौंदर्यीकरण का कार्य तेज गति से शुरू कर दिया है। ढेकसरा पुल से मझिया पुल तक कुल 9.5 किलोमीटर तक यह कार्य चल रहा है।सबसे पहले नदी से गाद की उड़ाही की जाएगी, ताकि पानी का प्रवाह दोबारा सहज हो सके। पहली बार नदी किनारे बनेगी 6 फीट चौड़ी सर्विस रोड इस परियोजना का सबसे बड़ा आकर्षण है। 6 फीट चौड़ी फेबर ब्लॉक सर्विस रोड, शहर की मुख्य सड़कों से पीसीसी रोड के जरिए कनेक्टिविटी, मोटरसाइकिल और साइकिल से लोग ट्रैफिक जाम से बचकर शहर के एक छोर से दूसरे छोर तक पहुंच सकेंगे। मॉर्निंग वॉक और इवनिंग वॉक के लिए शहरवासियों को मिलेगा सुरक्षित और सुंदर ट्रैक। छठ पर्व से पहले तैयार होंगे 5 नए आधुनिक घाट छठ व्रतियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए नदी किनारे 5 नए घाट बनाए जा रहे हैं, चूड़ीपट्टी गांधी घाट, डे मार्केट धोबी घाट, रुईधासा प्रेम पुल घाट, गड़ा स्थित देव घाट, एक अतिरिक्त घाट हर घाट पर 60 लोगों के बैठने की व्यवस्था होगी। 5×5 फीट के चेयर प्लेटफॉर्म तैयार किए जा रहे हैं, जहां लोग बैठकर विश्राम कर सकेंगे। सिर्फ सफाई नहीं, शहर को नया वॉक-वे और ऑप्शनल रोड नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी ने बताया, यह सिर्फ नदी सफाई परियोजना नहीं है। इससे शहर को एक नया वॉक-वे, ऑप्शनल सड़क और ट्रैफिक जाम से राहत मिलेगी। कुछ ही महीनों में इसका असर दिखेगा। शहर में उत्साह स्थानीय लोगों में खुशी है कि दशकों बाद नदी को संवारने की गंभीर पहल शुरू हुई है। लोगों का कहना है, रमजान नदी सिर्फ जलधारा नहीं, शहर की पहचान है। अब यह फिर से जीवन देने वाली नदी बनेगी।
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