सुपौल में जिलाधिकारी सावन कुमार ने शिक्षा विभाग की मासिक समीक्षा बैठक में कड़े निर्देश जारी किए हैं। समाहरणालय परिसर में बुधवार को आयोजित बैठक में डीडीसी, डीपीओ और विभिन्न प्रखंडों के बीईओ मौजूद थे। जिलाधिकारी ने बताया कि 2 सितंबर को 985 शिक्षकों ने ई-शिक्षाकोष पोर्टल पर उपस्थिति दर्ज नहीं की। इन सभी शिक्षकों का एक दिन का वेतन रोक दिया गया है। सरकारी कार्य या प्रशिक्षण से इतर अनुपस्थित रहने वाले शिक्षकों को निलंबित किया जाएगा। डीएम ने त्रिवेणीगंज के बीईओ की अस्पष्ट अनुश्रवण रिपोर्ट पर नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने भोजनावकाश के बाद छात्रों की उपस्थिति सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। मरम्मत के लिए 50-50 हजार रुपए किए आवंटित कस्तुरबा विद्यालयों में एक सप्ताह में नामांकन प्रक्रिया पूरी करने को कहा। सभी विद्यालयों को मरम्मत के लिए 50-50 हजार रुपए आवंटित किए गए हैं। इस राशि से बिजली, पानी, शौचालय और रैम्प की व्यवस्था को प्राथमिकता दी जाएगी। उप विकास आयुक्त 15 दिन बाद इसकी समीक्षा करेंगे। 10,563 छात्रों का डीबीटी बाधित होने पर डीएम ने तीन दिन के भीतर प्रधानाध्यापकों की बैठक बुलाने का आदेश दिया। योजना से किसी पात्र छात्र के वंचित होने पर प्रधानाध्यापक जिम्मेदार होंगे। विद्यालय परिसर में ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव मध्याह्न भोजन योजना पर डीएम ने स्वच्छता पर विशेष ध्यान देने को कहा। बरसात में जलजमाव और मच्छरों की समस्या को देखते हुए विद्यालय परिसर में ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव और साफ-सफाई का निर्देश दिया गया। खाद्यान वितरण में गड़बड़ी पाए जाने पर तत्काल डीईओ को सूचना देने का आदेश भी दिया गया। वहीं, असैनिक संभाग में निर्माण कार्यों की धीमी और असंतोषजनक प्रगति पर नाराजगी जताते हुए सहायक अभियंता मो. इसरारूल हसन के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई की अनुशंसा करने का निर्देश दिया गया।