भास्कर न्यूज |सहरसा सहरसा, मधेपुरा, दरभंगा एवं छपरा में सहकारी बैंक की जिला स्तरीय शाखा खुलेगी। इसके लिए इसी माह प्रस्ताव भेजे जाएंगे। अभी में प्रदेश के 23 जिलों में सहकारी बैंक संचालित हैं। पूरे बिहार में सहकारी बैंक की 290 शाखाएं हैं। सहकारिता विभाग के मंत्री प्रेम कुमार ने शुक्रवार को स्थानीय परिसदन में ये बातें कहीं। उन्होंने कहा कि सहकारी बैंक किसान क्रेडिट कार्ड उपलब्ध कराने के साथ-साथ स्वयं सहायता समूह एवं सहकारी समितियों को लोन देंगे। मंत्री ने कहा कि बिहार में बड़े पैमाने पर सब्जी का उत्पादन होता है, लेकिन कोल्ड स्टोरेज की अनुपलब्धता एवं बाजार तक पहुंच नहीं होने के कारण बहुत सारा सब्जी बर्बाद हो जाती है। इसको लेकर स्टेट लेवल पर वेजिटेबल फेडरेशन बनाया गया है। साथ ही प्रखंड स्तर पर प्राथमिक सब्जी उत्पाद सहयोग समिति का गठन किया जा रहा है। अभी तक प्रदेश के 534 में से 527 प्रखंडों में प्राथमिक सब्जी उत्पाद सहयोग समिति का गठन किया जा चुका है। सहरसा जिले के सभी प्रखंडों में इसका गठन हो चुका है। प्राथमिक सब्जी उत्पाद सहयोग समिति के गठन का उद्देश्य से किसानों से सब्जी लेकर लोगों तक पहुंचाना है। इसके अलावा 9 प्रमंडलीय संघ के गठन का कार्य चल रहा है, जिसमें 5 प्रमंडलीय संघ का गठन हो गया है। कोसी प्रमंडल की तीनों जिलों एवं दरभंगा तथा मधुबनी जिला मिलाकर मिथिला संघ का गठन किया गया है। मिथिला संघ का मुख्यालय दरभंगा होगा। इसके अलावा हरित संघ पटना, तिरहुत संघ मुजफ्फरपुर, भागलपुर सब्जी उत्पादक संघ एवं मगध सब्जी उत्पादक संघ का गठन किया गया है। मंत्री ने बताया कि सब्जी की बर्बादी न हो,इ सके लिए प्रखंडों में आधारभूत संरचना का विकास हो रहा है। जिसके तहत 8-10 टन का कोल्ड स्टोरेज, 20 टन का गोदाम एवं कार्यालय का निर्माण किया जा रहा है। 100 से अधिक प्रखंडों में कोल्ड स्टोरेज एवं गोदाम के निर्माण के लिए आवंटन दिया जा चुका है। पटना के विक्रम एवं वैशाली के 4 प्रखंडों में निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है। सहरसा के महिषी, सुपौल के त्रिवेणीगंज एवं मधेपुरा के शंकरपुर में जमीन चिह्नित की गयी है। इसके निर्माण पर करीब 1 करोड़ 14 लाख रुपये की लागत आएगी तथा इसके लिए 10 हजार वर्गफीट जमीन की जरूरत होगी। इस संबंध में प्रदेश की सभी डीएम को जमीन उपलब्ध कराने के लिए कहा गया है।