केस -2
क्राइम रिपोर्टर|बेतिया नगर निगम में बीते एक वर्ष में नियम को ताक पर रखकर दर्जनाधिक लोगों को कांट्रैक्ट पर बहाल कर लिया गया है। बहाली के लिए न तो विज्ञापन निकाला गया और ना हीं किसी का साक्षात्कार ही हुआ। बहाली में ज्यादातर निगम के बाबूओं के सगे-संबंधी ही शामिल हैं। हालांकि यह कोई पहला कारनामा नहीं है। यहां पूर्व में भी ऐसा होता रहा है, जिसकी वजह से निगम हमेशा सुर्खियों में रहता है। पूर्व में हुई बहाली में तत्कालीन नगर आयुक्त ने अपने दर्जनाधिक सगे-संबंधियों को सफाई विभाग से लेकर कार्यालय के विभिन्न पदों पर पदस्थापित करा दिया। जब नगर आयुक्त का स्थानांतरण अन्य जगह हो गया तो उनमें से कुछ लोगों ने स्वयं कार्य छोड़ दिया। स्वच्छता साथी बहाली की शुरू हुई थी प्रक्रिया नगर निगम में करीब छह माह पूर्व वार्ड में लोगों को जागरूक करने के लिए स्वच्छता साथी की बहाली के लिए प्रकिया आरंभ हुई। साक्षात्कार की तिथि निर्धारित की गई। साक्षात्कार के समय विभा, जीतेन्द्र कुमार, पीयूष कुमार, विवेक कुमार रंजन, साहेबजान, अभिमन्यु कुमार, मिथिलेश, अभय कुमार, अमन, सर्वेश, अंजनी कुमार, राकेश कुमार संजय कुमार का चयन किया गया। ^इस प्रकार का कोई मामला संज्ञान में नहीं है। इसलिए अभी इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दे सकता हूं। जानकारी में आने के बाद कार्रवाई की जाएगी। - लक्ष्मण तिवारी, नगर आयुक्त बेतिया। 19 जुलाई की निगम बोर्ड की बैठक हुई थी। मेयर गरिमा देवी सिकारिया की अध्यक्षता में हुई बैठक में कम्प्यूटर ऑपरेटर प्रमीला सोनी व अनुराग को हटाने का निर्णय लिया गया था। दो माह पूर्ण होने पर भी दोनों को नहीं हटाया जा सका है। नगर निगम में 5 अमीन, दस एमटीएस सहायक व दस अमीनो की बहाली के लिए विज्ञापन प्रकाशित कराया गया। इसमें करीब चार सौ लोगों ने आवेदन किया। इंटरव्यू के लिए 7 जून का समय निर्धारित किया गया। पर अपरिहार्य कारणों से साक्षात्कार को अगले आदेश तक स्थगित कर दिया गया। सूत्र बताते है कि इसी बीच नाली आदि की मापी कराने के लिए बेतिया राज के अमीनो को बुलाया।
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