भास्कर न्यूज |सीतामढ़ी जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती जी महाराज शुक्रवार की रात सीतामढ़ी पहुंचे। वे शनिवार को पुनौरा में माता सीता कि पूजा-अर्चना कर दोपहर में निर्मल उत्सव पैलेस में आयोजित गौ मतदाता संकल्प यात्रा को संबोधित करेंगे। इस अवसर पर वे बिहार विधानसभा चुनाव में गौ माता के नाम पर चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशी की घोषणा भी करेंगे। शंकराचार्य जी के आगमन को लेकर जिला और आसपास के क्षेत्रों में उत्सुकता का वातावरण है। बड़ी संख्या में गौ भक्त, साधु-संत और श्रद्धालु इस कार्यक्रम में शिरकत करने की तैयारी में हैं। गौ माता की रक्षा और सम्मान के मुद्दे पर केंद्रित यह सभा जिले के राजनीतिक हलकों में भी चर्चा का विषय बनी हुई है। शंकराचार्य के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी शैलेन्द्र योगिराज सरकार ने बताया कि इस बार का बिहार विधानसभा चुनाव गौ माता के नाम पर लड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि गौ भक्तों की शक्ति और आशीर्वाद से गौ प्रत्याशी को मैदान में उतारा जाएगा। उनका मानना है कि जब तक राजनीति में गौ माता के सम्मान और संरक्षण की आवाज नहीं उठेगी, तब तक समाज में जागरूकता और संतुलन स्थापित नहीं हो पाएगा। स्थानीय स्तर पर भी लोग इस सभा को ऐतिहासिक मान रहे हैं। गौ भक्त संगठनों का कहना है कि शंकराचार्य जी का यह कदम आने वाले चुनाव की दिशा और दशा तय कर सकता है। वहीं, साधु-संत समुदाय इसे धर्म और संस्कृति की रक्षा के लिए उठाया गया बड़ा कदम मान रहा है। सभा में शंकराचार्य जी गौ भक्तों को संबोधित करते हुए उन्हें गौ मतदाता बनाने की दिशा में प्रेरित करेंगे। इसके लिए विशेष अभियान भी चलाया जाएगा, ताकि हर गौ भक्त मतदान केंद्र तक पहुंचकर गौ रक्षा और धार्मिक मूल्यों के लिए अपना मत डाल सके। शंकराचार्य जी के प्रवचन और आशीर्वचन को सुनने के लिए जिले भर से श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती जी लंबे समय से गौ रक्षा आंदोलन से जुड़े रहे हैं। वे समय-समय पर देशभर में गौ माता की सुरक्षा, गौ तस्करी रोकने और गौशालाओं को प्रोत्साहित करने के लिए आवाज उठाते रहे हैं। उनका मानना है कि भारतीय संस्कृति और सनातन धर्म की जड़ें गौ माता से गहराई से जुड़ी हुई हैं। ऐसे में राजनीति और समाज में भी गौ माता को उचित स्थान मिलना चाहिए।