जिले के दरौंदा विधानसभा क्षेत्र का उबधी गांव है। इस गांव के अलावा आसपास के लोग भी मुश्किल में है। कारण कि इस गांव के किनारे दाहा नदी बहती है। इस गांव दाहा नदी पर आज तक पुल नहीं बन सका। जबकि पिछले कई साल से लोग पुल निर्माण की मांग कर रहे हैं। इस वजह से इस लोग गांव के लोगों को नदी पार करने के लिए आवागमन की सुविधा उपलब्ध नहीं हो सकी। बरसात के दिनों में नदी में उफान आ जाता है। अभी भी दाहा नदी में काफी ज्यादा पानी है। जल स्तर बढ़ने के कारण इस गांव के लोगों को नदी पार कर ही प्रखंड मुख्यालय सिसवन या जिला मुख्यालय सीवान जाना पड़ता है, लेकिन नदी पार करने के लिए इस गांव के लोगों के लिए नाव ही सहारा है। इससे समय की बर्बादी होती है। पुल के लिए करने के लिए इस गांव के लोगों को बखरी गांव जाना पड़ता है। इस वजह से दो से तीन किलोमीटर की दूरी बढ़ जाती है। गर्मी और ठंड के मौसम में नदी का जलस्तर कम हो जाता है। उसे समय बांस बल्ला लगाकर चचरी पुल बनाया जाता है। इस तरह चचरी पुल के सहारे गर्मी के दिनों में लोग पैदल आवागमन करते हैं। नाव का परिचालन होने और चचरी पुल से दो पहिया व दो पहिया वाहन पार नहीं कर पता है। इसलिए लोगों को दोपहिया वाहन या चार पहिया वाहन से आवागमन करने के लिए बखरी के रास्ते ही जाना पड़ता है।इसी तरह अगर मधवपुर गांव के लोगों को उबधी आना होता है तो उन्हें भी बखरी गांव के रास्ते ही आना पड़ता है। जनप्रतिनिधियों ने पुल बनाने के लिए आश्वासन दिया, लेकिन पुल बनाने की बात तो दूर पुल निर्माण के लिए स्वीकृति भी नहीं मिल सकी है। इस वजह से गांव के लोगों में नाराजगी भी है।