पश्चिम चंपारण के नरकटियागंज प्रखंड के अंतर्गत प्राथमिक विद्यालय उर्दू मोहम्मदपुर में सहायक शिक्षक के योगदान को लेकर हुए विवाद ने गंभीर रूप ले लिया है। मामले में प्रधान शिक्षिका निपु कुमारी और उनके शिक्षक पति राजीव वर्मा के खिलाफ विभागीय कार्रवाई शुरू कर दी गई है। शिक्षक को योगदान से रोका था, बीईओ से की थी गाली-गलौज डीपीओ (स्थापना) कुमार अनुभव ने दोनों से 24 घंटे के भीतर स्पष्टीकरण देने को कहा है। आरोप है कि, दोनों ने न केवल सहायक शिक्षक को योगदान से रोका बल्कि बीईओ को भी गाली-गलौज व धमकी दी। मामला उस समय सामने आया, जब सहायक शिक्षक मोहम्मद रिजवान का ई-शिक्षाकोष के माध्यम से प्राथमिक विद्यालय कुरमी टोला में म्युचुअल स्थानांतरण हुआ था। लेकिन वहां कार्यरत नवीन कुमार चौरसिया ने योगदान नहीं किया । विभागीय नियम के अनुसार रिजवान को उनके मूल विद्यालय मोहम्मदपुर उर्दू में योगदान करना था। इसी क्रम में 30 अगस्त को जब रिजवान विद्यालय पहुंचे। तो प्रधान शिक्षिका निपु कुमारी और उनके पति ने उन्हें गाली-गलौज कर भगा दिया, तथा जूते से मारने की धमकी भी दी। योगदान कराने के नाम पर मांगे थे रुपये यह आरोप लगा रहा है कि योगदान कराने के एवज में रिजवान से 37 हजार रुपये की मांग की गई। इसके बाद तीन सितंबर को बीईओ स्वयं रिजवान को योगदान कराने विद्यालय पहुंचे। विद्यालय में जांच के दौरान यह पाया गया कि प्रधान शिक्षिका निपु कुमारी एक सितंबर से बिना सूचना के अनुपस्थित हैं। बीईओ के स्तर से योगदान प्रक्रिया पूरी करने के बाद जब वे बीआरसी लौटे तो वहां भी विवाद खड़ा हो गया। बताया जाता है कि निपु कुमारी के पति राजीव वर्मा ने बीईओ से कार्यालय में गाली-गलौज की और बाहर निकलने पर गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी दी। कठोर विभागीय कार्रवाई होगी विभाग ने इसे गंभीर मानते हुए कहा है कि, यह आचरण न केवल शिक्षक की गरिमा के विपरीत है, बल्कि सेवा आचरण नियमों का भी उल्लंघन है। विभागीय कार्रवाई के पहले चरण में दोनों से लिखित स्पष्टीकरण मांगा गया है। अधिकारियों का कहना है कि जवाब संतोषजनक न होने पर कठोर विभागीय दंड प्रक्रिया शुरू होगी।