समस्तीपुर में एक ही मुस्लिम परिवार के 35 लोगों का नाम वोटर लिस्ट से कट गया है। परिवार से जिलाधिकारी और चुनाव आयोग से इसकी शिकायत की है। अब नए सिरे से वोटर लिस्ट में शामिल करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। परिवार के लोगों का कहना है कि अब हमलोग नए वोटर माने जाएंगे। ऐसी स्थिति में सरकारी की ओर से मिलने वाली सुविधा से कहीं वंचित न रह जाएं। मामला नगर निगम के वार्ड संख्या-43 भमरूपुर का है। मोहम्मद अलीम अंसारी ने बताया कि हमलोग भमरूपुर के रहने वाले हैं। 2003 से वोटर लिस्ट में नाम है। हर चुनाव वोट भी डालते हैं। 2024 लोकसभा चुनाव भी मतदान किया था। अब मतदाता पुनरीक्षण के दौरान परिवार के 35 सदस्यों का नाम सूची से डिलीट कर दिया गया। पुनरीक्षण के दौरान घर पर बीएलओ भी नहीं आए थे। एक सप्ताह पहले दूसरे लोगों से जानकारी मिली कि नाम मतदाता सूची में नहीं है। जिसके बाद साइबर कैफे से वोटर लिस्ट डाउनलोड किया। सबके सामने डिलीट लिखा था। बीएलओ के पास गया तो कोई ठोस जानकारी नहीं मिली। इस संबंध में डीएम और चुनाव आयोग को आवेदन दिया है। बीएलओ ने सही से बात तक नहीं किया परिवार की अन्य सदस्य मैरूण निशा ने बताया कि 2003 के पहले से वोट डालती रही है। अब नाम काट दिया। जब मेरे घर पर बीएलओ आए ही नहीं तो नाम कैसे कट गया। मो. जहांगीर ने कहा कि मजदूरी का काम करता हूं। कुछ दिन पहले पता चला कि हमार नाम ही वोटर लिस्ट से गायब है। जब बीएलओ के पास गए तो सही से उन्होंने बात तक नहीं की। गलती से नाम कटा है इस संबंध में बीएलओ सुशीला देवी का कहना है कि गलती नाम कट गया होगा। सभी का फार्म-6 भरा गया है। रिवाइज सूची आने पर नाम जुड़ जाएगा। जान-बूझकर किसी का नाम नहीं काटा गया है। सुविधा पर कोई असर नहीं पड़ेगा वहीं, जिलाधिकारी रौशन कुशवाहा ने कहा कि मतदाता पुनरीक्षण का काम अभी चल रहा है। आपत्ति ली जा रही है। जहां-जहां शिकायत मिली थी। उसे ठीक कराया जाएगा। वोटर को पूर्व से मिल रही सुविधा पर कोई असर नहीं पड़ेगा। किसी को घबराने की जरूरत नहीं है।