बेगूसराय में भाजपा और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच बवाल हो गया। विधायक कुंदन कुमार के नेतृत्व भाजपा के कार्यकर्ता लोहिया नगर स्थित कांग्रेस भवन के बाहर पहुंचे और वहां राहुल गांधी और तेजस्वी यादव का पुतला जलाकर नारेबाजी करने लगे। जिसके बाद कांग्रेस भवन से बड़ी संख्या में कार्यकर्ता झंडा लगा डंडा लेकर निकले और भाजपा कार्यकर्ताओं से बहस करने लगे। दोनों ओर से 200 से भी अधिक कार्यकर्ता मौजूद थे। करीब आधे घंटे तक कांग्रेस भवन का इलाका रणक्षेत्र में तब्दील हो गया। बाद में किसी तरह से मामला शांत कराया गया। मामला मां-बहन को गाली देने की आजादी नहीं है बेगूसराय के भाजपा विधायक कुंदन कुमार ने कहा कि कोई भी नेता है। आप उसको जो बोलना है बोल सकते हैं, लेकिन उसकी मां, बहन, भाई को गाली देने की आजादी नहीं है। कांग्रेस 11 साल से विपक्ष में है, जनता इनको अगले 25 साल तक विपक्ष में बैठा कर रखेगी और 2025 में भी जवाब देगी। तोड़-फोड़ का आरोप हम पर नहीं है। हम लोग अपना शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे हैं। समाज अब गलत को गलत बोलेगा और सही को सही बोलेगा। समाज ने गलत को बर्दाश्त करना छोड़ दिया है। सदाकत आश्रम में जो किया था, वो बेगूसराय में भी करना चाहते थे कांग्रेस के जिला प्रवक्ता रणजीत कुमार ने कहा कि कल सदाकत आश्रम में भाजयुमो और भाजपा के गुंडों ने घटना को अंजाम दिया था। उसी घटना की पुनरावृत्ति आज बेगूसराय कांग्रेस भवन में भी करना चाह रहे थे। यहां पर राहुल गांधी का पुतला दहन किया। भाजपा विधायक नेतृत्व में यह घृणित काम हो रहा था। यह समझे कि जिस तरह से सदाकत आश्रम खाली-खाली सा है। सदाकत आश्रम में सिर्फ 62 वर्षीय बुजुर्ग, सेवादल के बुजुर्ग अकेले थे, भाजपा के गुंडों ने हमला किया। उसी घटना की पुनरावृत्ति आज यहां होती, लेकिन बेगूसराय के भाजपाइयों को यह पता नहीं था कि कांग्रेस भवन में आम जनता से लगाव रखने वाले 5-10 कांग्रेसी हमेशा विद्यमान रहते हैं। हम पांच भी भारी पड़े उन 500 पर।