पूर्णिया में नॉमिनेशन से पहले गोकुल कृष्ण आश्रम में रविवार को कांग्रेस प्रत्याशियों ने अहम प्रेस वार्ता बुलाई। ज्वाइंट प्रेस कांफ्रेंस में पूर्णिया सदर से कांग्रेस प्रत्याशी जितेंद्र यादव, कसबा से मो इरफान आलम, अमौर से पूर्व विधायक अब्दुल जलील मस्तान और बनमनखी से देवनारायण रजक शामिल रहे। बारी-बारी से सभी प्रत्याशियों ने अपनी बातें रखी और कांग्रेस के खाते में आई सभी चार सीटों पर जीत का दावा किया। प्रेस को संबोधित करते हुए अमौर से पूर्व विधायक अब्दुल जलील मस्तान ने कहा कि उन्होंने कांग्रेस के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया। सन 1985 में निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ा और विधायक बने। कांग्रेस में शामिल हो गए। 1990 के चुनाव में कांग्रेस ने अपना उम्मीदवार बनाया और वे फिर विजयी रहे। 2000 के साथ-साथ 2005 के चुनाव व उप चुनाव में वे कांग्रेस की टिकट से मैदान में उतरे और विजयी भी रहे। 2015 में फिर से कांग्रेस के अब्दुल जलील मस्तान विजयी रहे। चुनाव में हार का सामना करना पड़ा 2020 के चुनाव में हार का सामना करना पड़ा। बावजूद इसके कांग्रेस ने उनके ऊपर भरोसा जताया और टिकट दिया। हार के बाद पांच सालों तक क्षेत्र में काम किया। विरोधी ने अमौर की जनता को ठगने का काम किया। इस बार जनता उनके साथ है वे भारी बहुमत से जीतकर अमौर की जनता के सेवक बनेंगे। प्रेस वार्ता में अपनी बात रखते हुए पूर्णिया सदर के प्रत्याशी जितेंद्र यादव, कसबा से मो इरफान आलम, अमौर से पूर्व विधायक अब्दुल जलील मस्तान और बनमनखी से प्रत्याशी देवनारायण रजक ने कहा कि कांग्रेस ने बाकी पार्टियों से हटकर जमीन से जुड़े कार्यकर्ताओं को टिकट देकर लोगों की जनता की सेवा करने का मौका दिया है। कांग्रेस ने जीस तरह से जिले की चार सीटों पर प्रत्याशियों को उतारा है। इतिहास कायम करते हुए इस बार के चुनाव में वे चारो सीट जीतकर पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के भरोसे पर खड़ा उतरने का काम करेंगे। चारों सीट जीतकर कांग्रेस का हाथ मजबूत करेंगे।