किशनगंज में AIMIM के कोचाधामन विधानसभा उम्मीदवार जफर असलम ने टिकट न मिलने के बाद पार्टी से सामूहिक इस्तीफा दे दिया है। उनके साथ दर्जनों कार्यकर्ताओं ने भी पार्टी छोड़ दी। असलम ने प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान और अन्य नेताओं पर गंभीर आरोप लगाए हैं। रविवार शाम को कोचाधामन प्रखंड के भट्टा चौक और टेना-दाती चौक पर AIMIM प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान और अन्य AIMIM नेताओं के पुतले जलाए गए। इस दौरान जमकर नारेबाजी हुई और नेताओं पर पैसे लेकर टिकट बेचने का आरोप लगाया गया। प्रेस वार्ता में जफर असलम ने कहा कि उन्होंने 2015 से पार्टी के लिए मेहनत की है, लेकिन अब वे इस्तीफा दे रहे हैं। उन्होंने पार्टी के 'अपनी पार्टी अपनी वोट' के नारे को खोखला बताया और कहा कि यह पार्टी सिर्फ मुस्लिम नेतृत्व की बात करती है, लेकिन चुनाव में इसमें बहुत 'खेल' होता है। टिकट के लिए उगाही करने का लगाया आरोप असलम ने आरोप लगाया कि सोशल मीडिया पर कई वीडियो वायरल हुए हैं, जिनमें AIMIM के 3-4 लोग उगाही करते दिख रहे हैं। उन्होंने आदिल हसन पर सीमांचल में चुनाव के दौरान डेरा डालने और 'बहुत बड़े सौदागर' होने का आरोप लगाया। असलम के अनुसार, पार्टी में लोगों का दोहन हो रहा है और पुराने कार्यकर्ताओं को नजरअंदाज किया जा रहा है। उन्होंने अपनी बात रखते हुए कहा कि वे पिछले 10 सालों से पार्टी से जुड़े हैं, लेकिन उन्हें टिकट नहीं दिया गया, जबकि नए जुड़ने वाले व्यक्ति को टिकट दे दिया गया। असलम ने अख्तरुल ईमान को चुनौती देते हुए कहा कि क्या वे हलफ लेकर कह सकते हैं कि उन्होंने जिसे भी टिकट दिया है, उससे कोई पैसे का लेन-देन नहीं किया है। उन्होंने AIMIM को 'गंदगी से भरी पार्टी' बताया और कहा कि अख्तरुल ईमान से ज्यादा झूठा और गद्दार धरती पर कोई नहीं है।