बंदी में शिक्षिका को स्कूल जाने से रोका, दरभंगा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी दिवंगत माता जी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर बिहार बंद रहा। दरभंगा में दो घटनाएं सामने आईं। एक ओर टायर जलाने से रोकने पर बाप-बेटे पर चाकू से हमला हुआ, वहीं दूसरी ओर स्कूल जा रही शिक्षिका और बंद समर्थकों के बीच जमकर नोकझोंक हो गई। पहली घटना बाकरगंज चौक इलाके की है। यहां बंद समर्थकों ने सड़क पर टायर जलाया। इसी दौरान स्थानीय निवासी पिंटू नायक ने टायर जलाने का विरोध करते हुए कहा कि मेरे घर के सामने टायर जलाने से मेरी बीमार मां को दिक्कत होगी। आरोप है कि इस बात को लेकर विवाद बढ़ा और युवक ने पिंटू नायक और उनके बेटे रोहन नायक पर चाकू से हमला कर दिया। मरीज की परेशानी को देखते हुए टायर जलाने से मना किया दोनों को हल्की चोटें आईं और इलाज के लिए डीएमसीएच भेजा गया। घायलों की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। पिंटू नायक का कहना है कि, “हम भी भाजपा समर्थक हैं, लेकिन हमारे घर के सामने टायर जलाने से मां की तबीयत बिगड़ सकती थी। बस इतना कहने पर हमलावरों ने चाकू मार दिया, कपड़े फाड़ दिए।” वहीं, उनकी पत्नी विनीता नायक ने बताया कि उनकी सास को हार्ट प्रॉब्लम है और पेसमेकर लगा हुआ है। धुएं से उन्हें परेशानी होती है। इसी कारण टायर जलाने का विरोध किया गया। उन्होंने कहा कि ये नशेड़ी सब था जो घटना को अंजाम दिया है। चेहरा से जानती हूं, नाम किसी का नहीं मालूम है। स्थानीय राधे कृष्ण बिहारी सहित अन्य लोगों ने भी टायर जलाने को गलत ठहराते हुए कहा कि इससे अस्पतालों और मरीजों को भारी दिक्कत होती है। पुलिस ने मामले को शांत कराया दूसरी घटना लहेरियासराय टावर की है। यहां बंद समर्थकों ने सड़क जाम कर रखा था। इसी दौरान बीपीएससी शिक्षिका स्कूल जाने के लिए निकलीं, लेकिन कार्यकर्ताओं ने उन्हें रोक दिया। शिक्षिका ने कार्यकर्ताओं से लिखित प्रमाण की मांग की ताकि प्रिंसिपल को बता सकें कि बंद के कारण वे स्कूल नहीं पहुंच पाईं। इस बात पर शिक्षिका और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच कहासुनी हुई और मामला धक्का-मुक्की तक पहुंच गई। दोनों घटनाओं की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को शांत कराया। फिलहाल बाकरगंज वाली घटना में घायलों का इलाज चल रहा है और पुलिस मामले की जांच कर रही है।