जमुई के चंद्रदीप थाना क्षेत्र अंतर्गत अलीगंज बाजार स्थित आरोग्य सेवा क्लिनिक में इलाज के दौरान एक 15 वर्षीय बच्ची नेहा कुमारी की मौत हो गई। घटना के बाद क्लिनिक के चिकित्सक और संचालक फरार हो गए। नेहा सुंदरबाद गांव निवासी देवेंद्र यादव की पुत्री थी। परिजनों के अनुसार, नेहा को अचानक पेट में दर्द हुआ, जिसके बाद उसे आरोग्य क्लिनिक में डॉ. एस कुमार के पास भर्ती कराया गया। चिकित्सक ने बच्ची को किडनी में स्टोन बताया और ऑपरेशन के लिए सलाइन चढ़ाया जा रहा था। इलाज के दौरान बिगड़ी तबीयत परिजनों ने आरोप लगाया कि इलाज के दौरान बच्ची की हालत बिगड़ने लगी। उनका कहना है कि डॉ. एस कुमार खुद इलाज नहीं कर रहे थे, बल्कि कंपाउंडर से करवा रहे थे। परिजनों के मुताबिक, बच्ची की स्थिति गंभीर होने के बावजूद ऑपरेशन के लिए किसी बाहरी डॉक्टर को बुलाया जा रहा था, लेकिन समय पर डॉक्टर के न पहुंचने और लापरवाही से सलाइन बंद कर देने के कारण बच्ची की मौत हो गई। बच्ची की मौत के बाद आक्रोशित परिजनों ने क्लिनिक के बाहर जमकर हंगामा किया। इस दौरान क्लिनिक के संचालक और कंपाउंडर ने अंदर से क्लिनिक बंद कर दिया। परिजनों और क्लिनिक कर्मियों के बीच हाथापाई और मारपीट भी हुई, जिसके बाद चिकित्सक और संचालक क्लिनिक छोड़कर फरार हो गए। मृतक के परिजनों ने घटना की सूचना चंद्रदीप पुलिस को दी है। पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है। पहले भी हो चुकी कार्रवाई थानाध्यक्ष राजेन्द्र साह ने बताया घटना की सूचना मिली है पुलिस घटना स्थल पर पहुंच कर मामले की छानबीन कर रही है। आवेदन नहीं दिया गया है, आवेदन मिलने पर विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी। बता दें कि पूर्व मे भी इस क्लिनिक मे कई मरीजों की मौत हो चूकी है। पूर्व मे जांच के दौरान क्लिनिक को सिविल सर्जन के द्वारा अवैध करार घोषित कर सील कर दिया गया था।