रिजल्ट के 8 महीने बाद भी नहीं मिली नियुक्ति:नालंदा DEO कार्यालय में अभ्यर्थियों का प्रदर्शन,10 साल पुराने विज्ञापन पर हुई थी बहाली
नालंदा में दस साल के लंबे इंतजार के बाद परीक्षा दी, रिजल्ट आया, काउंसलिंग हुई और मेरिट लिस्ट में नाम भी आ गया, लेकिन नियुक्ति के लिए पिछले चार महीनों से दर-दर की ठोकरें खानी पड़ रही हैं। यह पीड़ा कार्यालय परिचारी पद के लिए चयनित उन 60 अभ्यर्थियों की है, जिन्होंने शनिवार को नालन्दा जिला शिक्षा पदाधिकारी (DEO) के कार्यालय के बाहर जमकर प्रदर्शन और नारेबाजी की। अभ्यर्थी राजेश कुमार, रंजन कुमार और अन्य ने बताया कि कर्मचारी चयन आयोग की ओर से 2014 में कार्यालय परिचारी के 198 पदों के लिए विज्ञापन निकाला गया था। दस साल बाद, 19 सितंबर 2024 को इसकी परीक्षा हुई और 16 जनवरी 2025 को रिजल्ट आया। काउंसलिंग के बाद 25 मई को 156 अभ्यर्थियों की मेरिट लिस्ट जारी की गई। जिलाधिकारी ने इन 156 अभ्यर्थियों में से 96 को पावापुरी मेडिकल कॉलेज (स्वास्थ्य विभाग) और 60 को जिला शिक्षा कार्यालय में नियुक्ति के लिए भेजा गया। अभ्यर्थियों का आरोप है कि स्वास्थ्य विभाग में भेजे गए सभी 96 अभ्यर्थियों की न केवल ज्वॉइनिंग हो गई, बल्कि वे अब वेतन भी उठा रहे हैं। लेकिन, शिक्षा विभाग में भेजे गए 60 अभ्यर्थियों को पिछले चार महीनों से सिर्फ टालमटोल का सामना करना पड़ रहा है। विभाग के पास कोई सीट खाली नहीं अभ्यर्थी रंजन कुमार ने कहा कि जब हम DEO साहब से मिलते हैं, तो वे कभी विभाग तो कभी जिलाधिकारी के पास जाने को कहते हैं। हमें बताया जा रहा है कि वेतनमान का हमारा पद 2020 में ही खत्म कर दिया गया था और अब विभाग के पास कोई सीट खाली नहीं है। इस पूरे मामले पर जिला शिक्षा पदाधिकारी आनंद विजय का कहना है कि नियुक्ति को लेकर विभाग से मार्गदर्शन मांगा गया है, जवाब आने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। प्रदर्शनकारी अभ्यर्थियों ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी नियुक्ति जल्द नहीं की गई तो वे और बड़ा आंदोलन करने को बाध्य होंगे।
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