नेपाल में आंदोलन का किशनगंज सीमा पर असर नहीं:लोग बोले-बॉर्डर पर स्थिति सामान्य, सोशल मीडिया पर प्रतिबंध के खिलाफ हो रहा विरोध
नेपाल के काठमांडू में नई पीढ़ी के आंदोलन का असर किशनगंज जिले के सीमावर्ती इलाकों में देखने को नहीं मिला। दिघलबैंक, कादोगांव, टेढ़ागाछ, गलगलिया, खनियाबाद, कंचनबाड़ी, फतहपुर, पेकटोला समेत नेपाल सीमा से सटे अन्य क्षेत्रों में जनजीवन सामान्य रहा। दोनों देशों के बीच लोगों की आवाजाही बिना किसी रुकावट के जारी रही। हालांकि, एहतियात के तौर पर पुलिस और एसएसबी सीमा पर सतर्कता बरत रही है। संयुक्त बल लगातार सीमा पर गश्त कर रहे हैं और यात्रियों की जांच पहले की तरह जारी है। दैनिक भास्कर ने कादोगांव पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। नेपाल के लोधाबाड़ी से भारत आई मीना नामक महिला ने बताया कि वह भारत में अपने घर के लिए जरूरी सामान खरीदने आई थी और अब वापस जा रही है। उन्होंने बताया कि सीमा पर तैनात एसएसबी द्वारा जांच के बाद ही उन्हें आने-जाने दिया जा रहा है। नेपाल में प्रदर्शन का बॉर्डर इलाकों में प्रभाव नहीं सीमा क्षेत्र सूरीभित्ता के निवासी मो. रब्बानी ने बताया कि उन्हें किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं है। उन्होंने कहा कि नेपाल में प्रदर्शन का भारत पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है। किसी प्रकार की समस्या नहीं स्थानीय रिक्शा चालक मो. इलियास ने बताया कि वह रोजाना आसपास के बाजार से नेपाल के लोगों को सीमा पर छोड़ने आते हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें सीमा क्षेत्र में किसी भी प्रकार का प्रभाव देखने को नहीं मिल रहा है। सूत्रों के अनुसार, नेपाल में सोशल मीडिया पर प्रतिबंध के विरोध में भारत-नेपाल सीमा के पास झाम्पा जिले के बिरता मोड़ पर नए सिरे से विरोध प्रदर्शन हो रहा है। प्रदर्शनकारियों ने बिरता मोड़ स्थित नगर पालिका कार्यालय में तोड़फोड़ की। ANI के मुताबिक, नेपाल में सरकार के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान अब तक 16-17 लोगों की मौत हो चुकी है। नेपाल पुलिस ने इसकी पुष्टि की है। 100 से ज्यादा युवा घायल भी हुए हैं। गौरतलब है कि नेपाल में सोशल मीडिया पर प्रतिबंध के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। प्रदर्शनकारी सरकार से प्रतिबंध हटाने की मांग कर रहे हैं
What's Your Reaction?
Like
0
Dislike
0
Love
0
Funny
0
Angry
0
Sad
0
Wow
0