नालंदा मंडल के दनियावां शाखा डाकघर को उत्क्रमित उपडाकघर का दर्जा दिया गया है। जो आज से(1 अगस्त) पूर्ण रूप से संचालित होने लगेगा। इससे क्षेत्र के हजारों ग्राहकों को फायदा होगा। अब सभी प्रकार की डिजिटल डाक सेवाओं का लाभ मिल सकेगा। नए डाकपाल की हुई नियुक्ति पहले जहां स्थानीय ग्राहकों को रजिस्ट्री, खाता संबंधी कार्यों या अधिक राशि के भुगतान के लिए अन्य डाकघरों की शरण लेनी पड़ती थी। वहीं अब अपने ही क्षेत्र में इन सभी सुविधाओं का लाभ उठा सकेंगे। डाक अधीक्षक कुंदन कुमार के अनुसार नए उपडाकघर को आधुनिक तकनीकी साधनों से लैस किया गया है। उपडाकघर को कंप्यूटर, प्रिंटर और अन्य आवश्यक मशीनें उपलब्ध कराई गई हैं। साथ ही नए डाकपाल की नियुक्ति भी कर दी गई है। व्यापक सेवा नेटवर्क नालंदा मंडल में डाक सेवाओं का विस्तृत नेटवर्क मौजूद है। कुल 315 डाकघरों के माध्यम से छह लाख 62 हजार ग्राहक बैंकिंग सेवाओं से जुड़े हुए हैं। विशेष रूप से महिला सशक्तिकरण की दिशा में पांच हजार 56 सुकन्या समृद्धि खाते संचालित हैं। डाक विभाग की ओर दी जाने वाली सेवाओं में जीवन बीमा, अटल पेंशन योजना जैसी महत्वपूर्ण वित्तीय सेवाएं भी शामिल हैं। जो ग्रामीण क्षेत्रों में वित्तीय समावेशन की दिशा में एक सकारात्मक कदम है। दनियावां के निवासियों को पहले छोटे-मोटे डाक संबंधी कामों के लिए भी दूर-दराज के डाकघरों तक जाना पड़ता था। अब वे अपने ही क्षेत्र में सभी प्रकार की सुविधाओं का लाभ उठा सकेंगे। इससे न केवल समय और धन की बचत होगी, बल्कि डिजिटल युग में डाक सेवाओं की पहुंच भी बेहतर होगी।