गया जी में भाजपा की राष्ट्रीय राजनीति में धीरे-धीरे मजबूती से सक्रिय हो रहीं दिल्ली की सांसद बांसुरी स्वराज शुक्रवार को गया पहुंचीं। उन्होंने मां और भाजपा की कद्दावर नेता रही सुषमा स्वराज का विष्णुपद मंदिर में पिंडदान किया। करीब डेढ़ घंटे तक वैदिक क्रिया चली। इसमें वे पूरे मनोयोग से जुड़ी रहीं। पंडा वैद्यनाथ दाढ़ीवाले ने पुजारी के साथ वैदिक विधि से पिंडदान कराया। इस दौरान उन्होंने विष्णुपद, फल्गु और अक्षयवट पिंड वेदी पर पिंड अर्पण किया। पिंडदान के वक्त बांसुरी भावुक दिखीं। इस दौरान वे भारतीय परिधान स्काई ब्लू साड़ी व कंधे पर गमछी में नजर आईं। नेता ने कहा कि मैं धार्मिक काम से आई हूं, यहां राजनीति की कोई बात नहीं करूंगी। अभी पूरा ध्यान पूजा पर है, बाकी बातें कल होंगी। कल आपको डबल बाइट दूंगी। नेता के साथ परिवार की सदस्य ऋतु और कुछ करीबी लोग रहे। भाजपा युवा मोर्चा के कार्यक्रम में होगी शामिल पितृ भूमि में जब बांसुरी स्वराज अपनी मां के लिए पिंडदान कर रही थीं, उसी वक्त राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय यह था कि आने वाले दिनों में वे बिहार की राजनीति में क्या भूमिका निभाएंगी। सुषमा स्वराज का बिहार से गहरा नाता रहा है। अब उनकी बेटी उन्हीं कदमों पर चल रही हैं। 13 सितंबर को बोधगया में भाजपा युवा मोर्चा का बड़ा कार्यक्रम होने जा रहा है। युवा शंखनाद नाम से होने वाले इस आयोजन में बांसुरी स्वराज मुख्य वक्ता होंगी। उनके साथ जमुई की विधायक श्रेयसी सिंह भी मंच पर रहेंगी। भाजपा का दावा है कि इस कार्यक्रम में तीन हजार से ज्यादा युवा जुटेंगे और पार्टी की अगली राजनीतिक रणनीति को दिशा देंगे। धार्मिक नगरी गया से बांसुरी का संदेश साफ है- पितृ काम के साथ राजनीतिक यात्रा भी यहीं से आगे बढ़ेगी। एक तरफ मां के लिए श्राद्ध और पिंडदान, दूसरी तरफ युवाओं को साधने का संकल्प। भाजपा इसे भावनाओं और राजनीति का संगम मानकर पूरे उत्साह से युवा शंखनाद कार्यक्रम में पेश कर रही है।