विधानसभा चुनाव से पहले किशनगंज की राजनीति में महत्वपूर्ण बदलाव हुआ है। राजद के पूर्व जिला अध्यक्ष और पूर्व जिला चेयरमैन प्रतिनिधि सरवर आलम ने AIMIM की सदस्यता ले ली है। बिहार AIMIM के प्रदेश अध्यक्ष और सदर अख्तरूल इमान की उपस्थिति में सरवर आलम का AIMIM में जुड़ना हुआ। इस अवसर पर ठाकुरगंज विधानसभा क्षेत्र से AIMIM के पूर्व विधायक प्रत्याशी गुलाम हसनैन भी मौजूद थे। मुस्लिम समुदाय को जनसंख्या के अनुपात में प्रतिनिधित्व मिले सरवर आलम ने AIMIM में शामिल होने का कारण स्पष्ट किया। उन्होंने कहा कि उनके समर्थकों की मांग है कि मुस्लिम समुदाय को जनसंख्या के अनुपात में प्रतिनिधित्व मिलना चाहिए। 2 प्रतिशत वाले हेलीकॉप्टर में और 18 प्रतिशत वाले कही के नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि वे पार्टी की विचारधारा का पालन करेंगे। सरवर आलम के आने से AIMIM को मिलेगा फायदा स्थानीय नेताओं का मानना है कि, सरवर आलम के आने से AIMIM को मजबूती मिलेगी। राजद को नुकसान होने की संभावना है। सरवर आलम ने पहले राजद की नीतियों को जन-जन तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई थी। राजनीतिक विशेषज्ञों के अनुसार, सरवर आलम का AIMIM में शामिल होना। आने वाले विधानसभा चुनाव में राजनीतिक समीकरणों को प्रभावित करेगा। विशेषकर भागलपुर और आसपास के क्षेत्रों में AIMIM को लाभ मिल सकता है।