बिहार में चौथे चरण की शिक्षक भर्ती TRE 4 को लेकर छात्रों का गुस्सा लगातार बढ़ता जा रहा है। छात्र नेता दिलीप कुमार ने एक बार फिर 19 सितंबर को पटना में "महान आंदोलन" करने का ऐलान किया है। उनका कहना है कि सरकार ने अब तक भर्ती को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाया है, जबकि अभ्यर्थी लंबे समय से अपनी मांगों को लेकर संघर्ष कर रहे हैं। आंदोलनकारियों के साथ अपराधियों जैसा व्यवहार - दिलीप दिलीप कुमार ने बताया कि, 9 सितंबर को पटना में आयोजित आंदोलन में 25 से 30 हजार की संख्या में अभ्यर्थी जुटे थे। इस दौरान सरकार से चौथे चरण की भर्ती परीक्षा में सीटें बढ़ाने और पहले की तरह 1.20 लाख पदों की बहाली की मांग की गई। 9 सितंबर को प्रदर्शन के दौरान पुलिस और छात्रों के बीच टकराव की स्थिति भी बनी। हालात काबू से बाहर होते ही पुलिस ने लाठीचार्ज और वाटर कैनन का इस्तेमाल किया। हमें एफआईआर दर्ज करने की धमकी दी- छात्र नेता छात्र नेता ने यह भी कहा कि, आंदोलन के दौरान भेजे गए प्रतिनिधिमंडल को न तो किसी अधिकारी से मिलने दिया गया और न ही उनकी बात सुनी गई। उल्टा उन्हें धमकी दी गई कि नौकरी की मांग करने पर एफआईआर दर्ज की जाएगी। उन्होंने कहा, “हम अपराधी नहीं हैं, बल्कि अपने हक की लड़ाई लड़ रहे हैं। सरकार हमें दबाने के लिए बर्बरता पर उतर आई है।” 19 सितंबर के आंदोलन के लिए छात्र नेता की अपील दिलीप कुमार ने छात्रों से अपील की कि 19 सितंबर के आंदोलन तक सोशल मीडिया के जरिए विरोध जारी रखें और पटना कॉलेज से सीएम हाउस तक मार्च के लिए तैयार रहें। उनका कहना है कि अब अभ्यर्थियों का सब्र टूट चुका है और सरकार को चाहिए कि जितने पदों की घोषणा की गई थी, उतनी ही वैकेंसी तुरंत जारी करे।