NIA के पूछताछ के बाद महबूब आलम नदवी गिरफ्तार:किशनगंज में शिक्षक बनकर छिपा था, राष्ट्र-विरोधी गतिविधियों में था शामिल
किशनगंज के हलीम चौक स्थित फातिमा गर्ल्स स्कूल से PFI के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष महबूब आलम नदवी को गिरफ्तार किया गया है। किशनगंज पुलिस और एनआईए की संयुक्त कार्रवाई में पकड़े गए नदवी से एनआईए ने सदर थाना में तीन दिन तक पूछताछ की। नदवी अप्रैल 2025 से फातमा गर्ल्स स्कूल में उर्दू शिक्षक के रूप में काम कर रहा था। वह 9 हजार रुपए मासिक वेतन पर नौकरी करता था। स्कूल में वह बच्चियों को उर्दू पढ़ाता था और अन्य शिक्षकों से दूरी बनाकर रखता था। उसका रहन-सहन उसकी आय से कहीं अधिक था। टेरर फंडिंग मामले में चल रहा था फरार नदवी 2022 से पटना के फुलवारी शरीफ में टेरर फंडिंग मामले में फरार चल रहा था। एनआईए उसके पिछले तीन साल के ठिकानों और पीएफआई के लिए फंडिंग स्रोतों की जांच कर रही है। एजेंसी उसके मोबाइल कॉल रिकॉर्ड्स की जांच कर रही है। जांच एजेंसी शरजील इमाम से उसके संबंधों और बांग्लादेशियों से कथित जुड़ाव की भी जांच कर रही है। उसके भाई की गतिविधियों पर भी नजर रखी जा रही है। स्कूल प्रिंसिपल के अनुसार, नदवी गिरफ्तारी से पहले तीन दिन स्कूल नहीं आया था। ठेकेदारी का काम करता है भाई शहर के मोहिद्दीनपुर में नदवी का एक भाई रहता है, जो ठेकेदारी का काम करता है। मूल रूप से कटिहार जिले का निवासी नदवी का पासपोर्ट कैसे बना और वह किसकी मदद से ओमान गया, इसकी भी जांच की जा रही है। इस मामले का पूरा खुलासा राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की पूछताछ के बाद ही हो पाएगा। NIA ने शनिवार को प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि 2022 फुलवारीशरीफ आपराधिक साजिश मामले में प्रतिबंधित PFI के बिहार प्रदेश अध्यक्ष को गिरफ्तार किया गया है। कटिहार के हसनगंज क्षेत्र के निवासी महबूब आलम उर्फ महबूब आलम नदवी को किशनगंज से पकड़ा गया। 19वां आरोपी भी गिरफ्तार वे इस मामले में गिरफ्तार होने और आरोपपत्र दाखिल करने वाले 19वें आरोपी हैं, जिसे शुरू में स्थानीय पुलिस ने 26 लोगों के खिलाफ दर्ज किया था। मामला आरसी-31/2022/एनआईए/डीएलआई में पीएफआई सहयोगियों को गैरकानूनी और राष्ट्र-विरोधी गतिविधियों में शामिल किया गया था। जिसका उद्देश्य विभिन्न धर्मों और समूहों के सदस्यों के बीच धार्मिक दुश्मनी फैलाकर आतंक का माहौल बनाना था। राष्ट्र-विरोधी गतिविधियों में था शामिल 11 जुलाई 2022 को अहमद पैलेस, फुलवारीशरीफ, पटना से जब्त किए गए उक्त दस्तावेज में कहा गया है कि आरोपी महबूब आलम पीएफआई की साजिश का हिस्सा था। NIA के अनुसार, वह सह-आरोपियों के साथ मिलकर पीएफआई की भर्ती, प्रशिक्षण, बैठकों और राष्ट्र-विरोधी गतिविधियों में शामिल था। उसने धन भी जुटाया था और सह-आरोपियों और पीएफआई कार्यकर्ताओं को प्रदान किया था।
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