सहरसा शहर के नया बाजार में दीपावली के अवसर पर काली पूजा का आयोजन किया जा रहा है। यह पूजा इस साल 20, 21 और 22 अक्टूबर को 3 दिवसीय मेले के साथ मनाई जाएगी। प्रतिमा निर्माण का कार्य अंतिम चरण में है। नया बाजार निवासी राधे चौधरी ने बताया कि यह काली पूजा स्वर्गीय चंदू सिंह की श्रद्धा और साहस का प्रतीक है। उन्होंने 55 साल पहले एक निर्जन स्थल पर मां काली का मंदिर स्थापित किया था। PWD के स्वर्गीय कुर्मी जगत नारायण सिन्हा, स्वर्गीय राम प्रसाद चौधरी, स्वर्गीय सीताराम साह और नंदकिशोर सिंह ने 1970 में इस धार्मिक पूजा को एक उत्सव के रूप में मनाने का विचार शुरू किया। उस समय जिले में कहीं भी काली पूजा का आयोजन नहीं होता था। सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन नही पहली बार 1970 में नया बाजार स्थित काली पूजा की शुरुआत की गई थी, जो अब 55 सालों से लगातार जारी है। नया बाजार काली पूजा समिति के अध्यक्ष हनी चौधरी ने बताया कि इस बार विधानसभा चुनाव के कारण आदर्श आचार संहिता लागू है, सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन नही होगा। लेकिन इसके बावजूद काली पूजा का उत्सव मनाया जाएगा। मां काली की प्रतिमा को अंतिम रूप देने में जुटे मूर्तिकार मां काली की प्रतिमा को अंतिम रूप देने में जुटे हैं।समिति के अध्यक्ष के अनुसार, पहले दिन रात में मां का जन्म होगा। दूसरे दिन प्रसाद वितरण का कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा और तीसरे दिन मां की प्रतिमा का विसर्जन किया जाएगा। दीपावली की रात शहर के कई श्रद्धालु मां की पूजा-अर्चना के लिए मेले में पहुंचते हैं।