कटिहार की राजनीति में रविवार को बड़ा उलटफेर देखने को मिला। भाजपा विधान परिषद सदस्य (MLC) अशोक अग्रवाल के बेटे सौरभ अग्रवाल ने भाजपा छोड़कर विकासशील इंसान पार्टी (VIP) का दामन थाम लिया है।अब वह महागठबंधन के प्रत्याशी के रूप में कटिहार सदर विधानसभा सीट से मैदान में उतरेंगे। सौरभ अग्रवाल रविवार को अपना नामांकन दाखिल करेंगे। भाजपा को लगा बड़ा झटका, परिवार में दिखा मतभेद सौरभ अग्रवाल का भाजपा से इस्तीफा पार्टी के लिए एक बड़ा राजनीतिक झटका माना जा रहा है।राजनीतिक गलियारों में लंबे समय से यह चर्चा थी कि अशोक अग्रवाल और पूर्व उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद के बीच ‘शीत युद्ध’ चल रहा था।सूत्रों के मुताबिक, महापौर उषा अग्रवाल (सौरभ की मां) के विकास कार्यों में तारकिशोर प्रसाद द्वारा कथित अड़चनें डालने से परिवार में नाराजगी थी। ‘घर की लड़ाई’ बना कटिहार का चुनावी मुकाबला सौरभ अग्रवाल के इस कदम से कटिहार की राजनीति में घमासान मच गया है।एक ओर पिता भाजपा के वरिष्ठ नेता हैं, जबकि बेटा अब महागठबंधन के टिकट पर चुनाव लड़ने जा रहा है।इससे कटिहार विधानसभा सीट का मुकाबला ‘घर की लड़ाई’ में बदल गया है।हालांकि, अशोक अग्रवाल ने साफ कहा है कि वे भाजपा के प्रति पूरी तरह निष्ठावान हैं और एनडीए की जीत सुनिश्चित करने में जुटे रहेंगे। सौरभ बोले— कटिहार की जनता की सेवा ही मेरा लक्ष्य वीआईपी पार्टी में शामिल होने के बाद सौरभ अग्रवाल ने कहा, “मैं विकासशील इंसान पार्टी में शामिल होकर गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं।मैं कटिहार की जनता की सेवा और उनके विकास के लिए काम करने को प्रतिबद्ध हूं।मैं मानता हूं कि कटिहार के लोग बदलाव चाहते हैं, और मैं उस बदलाव का हिस्सा बनना चाहता हूं।”