छठ के पहले पटना के पाटीपुल घाट पर दीपोत्सव और गंगा आरती का भव्य आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम को देखने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु गंगा घाट पर उमड़ पड़े। पटना नगर निगम ने शहर को स्वच्छ और सुंदर बनाने के लिए तैयारी की थी। दीपोत्सव कार्यक्रम का उद्घाटन प्रमंडलीय आयुक्त अनिमेष कुमार पराशर ने दीप प्रज्वलित कर किया। उन्होंने कहा कि छठ महापर्व संकल्प लेने का पर्व है, जो स्वच्छता और निर्मलता का प्रतीक है। उन्होंने शहरवासियों से पूरे साल अपने आसपास के वातावरण को स्वच्छ और निर्मल रखने का संकल्प लेने की अपील की। देखें कुछ तस्वीरें... छठ को उत्साह से मनाने की अपील की प्रमंडलीय आयुक्त अनिमेष पाराशर ने आम लोगों से एक और अपील करते हुए कहा कि छठ का त्योहार साल में एक बार आता है, लेकिन लोकतंत्र का त्योहार यानी निर्वाचन पांच साल में एक बार आता है। उन्होंने लोगों से इसे उत्साह के साथ मनाने और अपनी भागीदारी निभाते हुए मताधिकार का प्रयोग करने का आग्रह किया। सात हजार दीपों की श्रृंखला से सजा था घाट घाट को रंग-बिरंगी रंगोली और सात हजार दीपों की श्रृंखला से सजाया गया था। "हर-हर गंगे" और "जय मां गंगे" के जयकारों से पूरा वातावरण गूंज उठा, जिससे आस्था और स्वच्छता का अनूठा संगम देखने को मिला। दीपों की जगमगाहट से पाटीपुल घाट एक अद्भुत आध्यात्मिक आभा से पुलकित हो उठा। गंगा आरती का आयोजन बनारस से आई एक विशेष टीम द्वारा किया गया। वैदिक मंत्रोच्चारण, शंखनाद और आरती की लयबद्ध झंकार ने पूरे वातावरण को आध्यात्मिक बना दिया। नगर निगम ने आरती स्थल को भव्य ढंग से सजाया था और श्रद्धालुओं के बैठने तथा दर्शन के लिए सुव्यवस्थित प्रबंध किए थे।