सुपौल में जनता दरबार में 52 आवेदन लिए गए:जमीन-जायदाद विवाद, पेंशन, विद्युत आपूर्ति जैसे मुद्दे आए, DM बोले- लापरवाही बर्दाश्त नहीं
सुपौल जिला प्रशासन की ओर से शुक्रवार को समाहरणालय स्थित लहटन चौधरी सभागार में जिला जनता दरबार का आयोजन किया गया। इस मौके पर DM सावन कुमार की अध्यक्षता में जनता की शिकायतें सुनीं। जनता दरबार में कुल 52 आवेदन मिले। इन आवेदनों को सुनने के बाद DM ने संबंधित विभागीय पदाधिकारियों को तत्काल कार्रवाई का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि, जनता दरबार का उद्देश्य आम नागरिकों की समस्याओं का समाधान सुलभ और त्वरित तरीके से करना है। ऐसे में किसी भी आवेदन पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। शिकायतों का समाधान प्राथमिकता से किया जाए DM ने अधिकारियों को बताया कि, आवेदनकर्ताओं से संवाद कर समस्याओं का हल करें। और समय से कार्रवाई की जानकारी भी दें । साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि जनता दरबार में आने वाली शिकायतों का समाधान प्राथमिकता से किया जाए ताकि लोगों का भरोसा प्रशासन पर बना रहे। जनता दरबार में ये पदाधिकारी मौजूद रहे जनता दरबार के मौक पर कई वरिष्ठ पदाधिकारी भी उपस्थित रहे। इनमें उप विकास आयुक्त सारा अशरफ, अपर समाहर्त्ता सच्चिदानंद सुमन, अनुमंडल पदाधिकारी इन्द्रवीर कुमार, पुलिस उपाधीक्षक (मुख्यालय), वरीय उप समाहर्त्ता पुष्पा कुमारी एवं मुकेश कुमार यादव, विशेष कार्य पदाधिकारी विकास कुमार कर्ण, कार्यपालक अभियंता विद्युत आपूर्ति प्रमंडल आलोक कुमार रंजन, सहायक निदेशक बाल संरक्षण इकाई दिवेश कुमार शर्मा, तथा अपर जिला भू-अर्जन पदाधिकारी निशांत कुमार शामिल थे। जनता दरबार प्रभावी पहल जनता दरबार में विभिन्न प्रकार की समस्याओं से संबंधित आवेदन आए, जिनमें जमीन-जायदाद विवाद, पेंशन, विद्युत आपूर्ति, सामाजिक सुरक्षा योजनाओं और अन्य जनहित मुद्दे शामिल थे। जिलाधिकारी ने कहा कि आमजन की समस्याओं का समय पर समाधान प्रशासन की प्राथमिक जिम्मेदारी है और जनता दरबार इस दिशा में एक प्रभावी पहल साबित हो रहा है।
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