मधेपुरा से अगवा किए गए 2 साल के बच्चे को पुलिस ने पूर्णिया से सकुशल बरामद कर लिया है। किडनैपर्स ने परिजनों से 3 लाख की फिरौती मांगी थी। वारदात के 24 घंटे के अंदर श्रीनगर, मधेपुरा पुलिस, STF, SOG-12 ने संयुक्त ऑपरेशन चलाकर बच्चे को पूर्णिया से बरामद कर लिया। मासूम को मधेपुरा जिले के आलमनगर थाना क्षेत्र के भागीपुर गांव से अगवा किया गया था। घर से करीब 100Km दूर श्रीनगर थाना क्षेत्र के जगैली गांव से पुलिस ने बरामद किया है। इस ऑपरेशन में तीन अपहरणकर्ता पकड़े गए, जबकि एक आरोपी फरार है। बच्चे के पिता पंकज मेहता ने बताया कि बेटा विष्णु रविवार की शाम घर के बाहर खेल रहा था। अचानक लापता हो गया। मुझे लगा कि वो आसपास ही होगा, लेकिन काफी खोजबीन के बाद भी कुछ पता नहीं चला। अचानक देर रात मोबाइल की घंटी बजी। फोन पर किडनैपर्स थे। इस फोन कॉल ने पूरे परिवार को हिला कर रख दिया था। कॉल करने वाले ने साफ कहा कि अगर बच्चा चाहिए तो 3 लाख की फिरौती देनी होगी। मधेपुरा से अपहरण कर पूर्णिया लाया जांच में खुलासा हुआ कि बच्चे का अपहरण खगड़िया जिले के बेलदौर थाना क्षेत्र के रहने वाले अनिल सिंह ने किया था। अपहरण के बाद बच्चे को पूर्णिया के जगैली गांव लाया। यहां रमेश मंडल के घर में छिपाकर रखा। पुलिस ने मौके से अनिल सिंह और रमेश मंडल समेत अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। अपहरणकर्ताओं को मदद पहुंचाने वाला एक स्थानीय व्यक्ति फरार है। पुलिस की दबिश और छापेमारी के बाद गांव में अफरा-तफरी का माहौल था। ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई थी। जब पुलिस बच्चे को सुरक्षित वापस लेकर गांव पहुंची तो लोगों ने राहत की सांस ली। परिजनों ने पुलिस टीम को धन्यवाद दिया है। गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है एसटीएफ और मधेपुरा पुलिस अधिकारियों ने बताया कि ऑपरेशन पूरी रणनीति के साथ चलाया गया था। किडनैपर्स का नेटवर्क और इसमें शामिल अन्य लोगों की भूमिका की जांच जारी है। फरार आरोपी की तलाश के लिए लगातार छापेमारी हो रही है।