बक्सर के ब्रह्मपुर में रविवार को एनडीए का कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजित किया गया। यह सम्मेलन कार्यकर्ताओं में ऊर्जा का संचार करने के साथ-साथ टिकट के दावेदारों के लिए शक्ति प्रदर्शन का मंच बन गया।कार्यक्रम में कई संभावित प्रत्याशी अपने समर्थकों के साथ मौजूद थे। कार्यकर्ता पार्टी के झंडे और तख्तियां लेकर अपने नेताओं के समर्थन में नारेबाजी करते रहे। भाषण के दौरान भी समर्थकों का उत्साह बना रहा। 2020 के विधानसभा चुनाव में इस सीट से लोजपा के प्रत्याशी हुलास पांडेय को राजद के शंभू यादव ने 51 हजार वोटों से हराया था। इस हार के बाद एनडीए के तीनों घटक दल नई रणनीति बना रहे हैं। राजद विधायक पर लगाए गंभीर आरोप भाजपा नेता ऋतुराज सिन्हा ने कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि ब्रह्मपुर की जनता विकास चाहती है। एनडीए ने बिहार को नई दिशा दी है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से बूथ स्तर पर मजबूत तैयारी का आह्वान किया। सिन्हा ने राजद विधायक पर आरोप लगाया कि उन्होंने जीत के बाद अपने व्यवसाय का तो विकास किया। लेकिन जनता की भलाई के लिए कोई काम नहीं किया। उन्होंने कहा कि विधायक ने अपने गांव तक में सड़क का निर्माण नहीं करवाया। अपने पक्ष में माहौल बनाने की कर रहे कोशिश जदयू और लोजपा के नेताओं ने भी मंच से अपने-अपने नेताओं के पक्ष में माहौल बनाने की कोशिश की। समर्थकों की भीड़ और नारेबाजी से सम्मेलन कई बार चुनावी रैली जैसा रूप लेता गया। सूत्रों के अनुसार, स्थानीय स्तर पर तीनों दलों की दावेदारी को लेकर मतभेद गहराते दिख रहे हैं। यही वजह है कि सम्मेलन के दौरान भी कई बार माहौल गर्माता नजर आया। कुल मिलाकर, कार्यकर्ता सम्मेलन ने जहां एनडीए की ताकत और उत्साह का प्रदर्शन किया, वहीं टिकट बंटवारे की पेचीदगी और आंतरिक खींचतान भी उजागर हो गई। अब देखना होगा कि एनडीए शीर्ष नेतृत्व किसे मैदान में उतारकर कार्यकर्ताओं की उम्मीदों और स्थानीय समीकरणों को साध पाता है।