औरंगाबाद के ओबरा और रफीगंज विधानसभा सीट पर महागठबंधन के प्रत्याशियों के नाम पर अंतिम मुहर लग चुकी है। ओबरा विधानसभा क्षेत्र से महागठबंधन ने एक बार फिर वर्तमान विधायक ऋषि कुमार पर भरोसा जताते हुए उन्हें राजद का उम्मीदवार घोषित किया है। रफीगंज विधानसभा सीट पर डॉ गुलाम शहीद को प्रत्याशी बनाया गया है। दोनों प्रत्याशी सोमवार को अपना नामांकन दाखिल करेंगे। राजद नेतृत्व की ओर से उम्मीदवार के नाम की घोषणा के बाद दोनों विधानसभा क्षेत्र में राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गई है। ओबरा विधानसभा सीट से इस बार भी ऋषि का मुकाबला पिछले चुनाव में प्रतिद्वंद्वी रहे एनडीए के प्रत्याशी प्रकाश चंद्र से होने वाला है। पिछले चुनाव में भी दोनों के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिली थी। इस बार भी दोनों प्रत्याशियों के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिलेगा। टिकट मिलने के बाद ऋषि कुमार ने कहा कि जनता का आशीर्वाद और तेजस्वी यादव का विश्वास उनके लिए प्रेरणास्रोत है। उन्होंने अपने कार्यकाल में सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य और विकास योजनाओं को प्राथमिकता दी है। राजद कार्यकर्ताओं में उम्मीदवार की घोषणा के बाद उत्साह का माहौल है। हालांकि, अभी तक राजद की ओर से प्रत्याशियों की दूसरी सूची जारी नहीं की गई है। न हीं उम्मीदवारों के नाम की आधिकारिक घोषणा की गई है। गुलाम शहिद का किया गया भव्य स्वागत रफीगंज में डॉ गुलाम शहीद को राष्ट्रीय जनता दल का प्रत्याशी बनाया गया है। रफीगंज पहुंचने पर महागठबंधन कार्यकर्ताओं ने ढोल नगाड़े बजाकर उनका भव्य स्वागत किया। इस दौरान उन्हें फूल माला से लाद दिया। डॉ गुलाम शाहिद ने लंबे समय तक रफीगंज नगर पंचायत का प्रतिनिधित्व किया है। रफीगंज में लोगों के बीच काफी लोकप्रिय हैं। यही कारण है कि पार्टी ने उन्हें इस बार रफीगंज विधानसभा से प्रत्याशी बनाया है। टिकट मिलने के बाद उन्होंने कहा कि उन्होंने पिछले कई सालों तक रफीगंज की सेवा की। इस बार पार्टी ने उन्हें बड़ी जिम्मेवारी सौंपी है। अगर लोगों का आशीर्वाद मिला तो निस्वार्थ भाव से रफीगंज विधानसभा के लोगों का सेवा करेंगे। बताते चलें कि रफीगंज विधायक मोहम्मद नेहालुद्दीन का लोगों के बीच काफी विरोध था। वोटर अधिकार यात्रा के दौरान भी उन्हें लोगों का विरोध झेलना पड़ा था। इसे देखते हुए पार्टी ने उनका टिकट काट दिया और डॉ गुलाम शहीद को मौका दिया है। महागठबंधन का सीधा मुकाबला एनडीए के प्रमोद कुमार सिंह से होगा। पिछले चुनाव में प्रमोद कुमार सिंह निर्दलीय मैदान में थे। निर्दलीय होते हुए भी उन्होंने लगभग 55000 मत हासिल किया था।