Jehanabad : आभूषण विक्रेता से “45 हजार की ठगी

Dec 19, 2025 - 06:30
 0  0
Jehanabad : आभूषण विक्रेता से  “45 हजार की ठगी

जहानाबाद.

जिले में साइबर जालसाजी की घटना लगातार सामने आ रही है. गुरुवार को काको के रहने वाले एक आभूषण विक्रेता के साथ जालसाजी का मामला प्रकाश में आया है. इस संदर्भ में आभूषण विक्रेता संजय कुमार ने साइबर थाने में जालसाजी की शिकायत दी है. सूचक ने बताया है कि बीते दिन उनके मोबाइल पर चांदी का सिक्का खरीदने को लेकर मोबाइल पर कॉल आया. इसके बाद जालसाजों ने चांदी के सिक्के की कीमत पूछी. इसके बाद हमने 1600 रुपये प्रति सिक्के कीमत बताया. इसके बाद कॉल करने वाले जालसाज ने कहा कि हमें चार चांदी के सिक्के की जरूरत है. 1600 प्रति सिक्के की कीमत बताने के बाद उसने मेरे मोबाइल पर 6400 रुपए के बजाय 64000 का फर्जी मैसेज भेज दिया. फर्जी मैसेज आने के बाद मैंने मोबाइल खोला तो देखा कि मेरे मोबाइल पर 64000 का मैसेज आया हुआ है. इसके बाद फोन करने वाले जालसाज ने झांसे में लेते हुए कहा कि गलती से 6400 के बजाय 64000 आपके मोबाइल पर चला गया है. चार चांदी के सिक्के का कीमत काट कर शेष पैसे भेज दें. व्यवसायी ने मैसेज देखकर पहले 45000 रुपए जालसाजों के खाते में वापस कर दिया, लेकिन जब दोबारा वह पैसा भेजने लगे तो प्रोसेस पूरा नहीं होने पर उसने कॉल करने वाले व्यक्ति के मोबाइल नंबर पर फोन लगाया तो मोबाइल स्विच ऑफ मिला. तहकीकात करने पर बाद उन्हें पता चला कि उनके मोबाइल पर जो 64000 मिलने के मैसेज प्राप्त हुए थे, वह फर्जी थे और वह जालसाज गिरोह के शिकार हो गए. शिकायतकर्ता ने साइबर थाने में जालसाजी की शिकायत देकर उचित कार्रवाई करने की गुहार लगाई है. इधर दूसरी जालसाजी की घटना घोसी से है जहां गुनाबिगहा के रहने वाले एक महिला बॉबी देवी के खाते से जालसाजों ने 94 हजार रुपए की अवैध निकासी कर ली है. इस संदर्भ में महिला की शिकायत पर साइबर थाने में जालसाजी की प्राथमिकी दर्ज की गयी है. पुलिस मामले की जांच पड़ताल में जुटी है.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

The post Jehanabad : आभूषण विक्रेता से “45 हजार की ठगी appeared first on Prabhat Khabar.

What's Your Reaction?

Like Like 0
Dislike Dislike 0
Love Love 0
Funny Funny 0
Angry Angry 0
Sad Sad 0
Wow Wow 0
Vikash Kumar Editor-in-chief