नशे की गिरफ्त में बिहार के युवा, जनता ने किया चौंकाने वाला खुलासा
बिहार में नशे की समस्या तेजी से बढ़ रही है, खासकर शराबबंदी के बाद सूखा नशा (जैसे स्मैक, चरस, गांजा, हीरोइन, और इंजेक्शन) का प्रचलन बढ़ गया है. यह नशा अब सस्ते दामों पर उपलब्ध है, जिससे युवा और बच्चे इसकी चपेट में आ रहे हैं. पहले शराब का सेवन अधिक था, लेकिन अब सूखा नशा एक बड़ी समस्या बन गई है. इसी मुद्दे पर न्यूज 18 ने अपने खास प्रोग्राम 'भाभी जी मैदान में' के जरिए लोगों से बात की. लोगों का मानना है कि बाहर से पढ़ने आने वाले बच्चों को पहले फ्री में नशा देकर लत लगाई जाती है, और फिर उन्हें महंगे दामों पर नशा खरीदना पड़ता है. नशा मुक्ति केंद्रों से सामान चोरी हो रहा है और लोग नशा करके उत्पात मचा रहे हैं. ग्रामीण इलाकों में भी यह समस्या फैल रही है. सरकार और प्रशासन को इस पर सख्त कदम उठाने की जरूरत है. पुलिस की मिलीभगत और भ्रष्टाचार के कारण यह समस्या और भी गंभीर हो गई है. परिवारों को भी अपने बच्चों पर ध्यान देना होगा और उन्हें सही संस्कार देने होंगे. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विकास के कई काम किए हैं, लेकिन शराबबंदी के फैसले में कुछ खामियां रह गई हैं. प्रशासन को इस पर कठोर कार्रवाई करनी चाहिए और अनुशासनात्मक कदम उठाने चाहिए ताकि बिहार को 'उड़ता बिहार' बनने से रोका जा सके.
What's Your Reaction?
Like
0
Dislike
0
Love
0
Funny
0
Angry
0
Sad
0
Wow
0