पाटलिपुत्र हिंसा में शामिल आरोपियों को मिली बेल:पार्षद और वकील पर लगे थे रुपए लेकर हिंसा फैलाने के आरोप, भाई-बहन की मौत का मामला
पाटलिपुत्र थाना क्षेत्र के इंद्रपुरी इलाके में दो बच्चों की मौत के बाद भड़की हिंसा में शामिल दोनों मुख्य आरोपी वार्ड पार्षद अमर कुमार टूटू और तथाकथित वकील श्वेत रंजन को कोर्ट की ओर से जमानत मिल गई है। दोनों जेल से बाहर आ गए हैं। पटना पुलिस की ओर से खुलासा करते हुए बताया गया था कि 25 अगस्त की शाम पटना के अटल पथ पर हुए हंगामे की साजिश वार्ड-7 के पार्षद अमर कुमार उर्फ टुटू ने रची थी। इसके लिए उपद्रवियों को 2500 रुपए देकर बुलाया गया था। इनमें पार्षद अमर कुमार उर्फ टुटू, घोसवरी के रहने वाले वकील श्वेत रंजन के साथ ही राकेश, प्रदीप, रवि, निभा, रेणु, नेहा, गुड़िया आदि शामिल हैं। वार्ड पार्षद ने ही श्वेत रंजन को दो लाख रुपए दिए थे। ये जानकारी SSP कार्तिकेय शर्मा ने मंगलवार को दी।उस वक्त SSP ने बताया, 'वकील श्वेत रंजन और स्थानीय वार्ड पार्षद ने प्लानिंग के तहत इस घटना को अंजाम दिया था। वार्ड पार्षद ने राजनीतिक लाभ के लिए एक हफ्ते पहले श्वेत रंजन के साथ मिलकर हंगामे की साजिश रची थी। उन्होंने बताया, 'सोमवार को जब अटल पथ पर भीड़ बढ़ गई तब पीड़ित परिवार को वहां लाया गया। पीड़ित परिवार की मानसिक स्थिति का फायदा उठाया गया। मंत्री के काफिले पर पथराव, पुलिसकर्मियों का फटा सिर उस वक्त भीड़ ने मंत्री की गाड़ी पर पथराव कर दिया था। मंत्री की गाड़ी पर 20 से ज्यादा पत्थर फेंके गए। उनकी गाड़ी का शीशा टूट गया। पुलिस ने स्कॉट कर मंत्री की गाड़ी को बाहर निकाला। लालू यादव भी अटल पथ पर करीब डेढ़ घंटे तक जाम में फंस रहे। इस घटना में 3 पुलिसकर्मी मुकेश कुमार सिंह ASI, नारद पासवान गृह रक्षक (पाटलिपुत्र थाना), राजीव मिश्रा ASI (बुद्धा कॉलोनी) के सिर फटे थे। 7 से 8 पुलिसकर्मियों को चोट आई थी। सड़क पर जमकर उपद्रव किया गया। गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया था। बता दें कि 15 अगस्त की शाम इंद्रपुरी में एक खड़ी कार से संदिग्ध परिस्थिति में दो मासूम भाई बहन की बॉडी मिली थी। जिसका खुलासा अब तक नहीं हो पाया है। पुलिस FSL रिपोर्ट के इंतजार में है। इसी घटना के बाद हिंसा भड़की थी।
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