बेगूसराय में राष्ट्रीय लोकनाट्य महोत्सव शुरू:पहले दिन अच्छिंजल के अभिनेताओं ने दिखाया मैथिली नाटक 5 पत्र, 2 दिन चलेगा कार्यकर्म
बेगूसराय प्राइवेट आईटीआई लवहरचक के सभागार में रविवार से आहुति नाट्य अकादमी की ओर से 2 दिवसीय राष्ट्रीय लोकनाट्य महोत्सव का शुभारंभ किया गया है। महोत्सव का उद्घाटन आशीर्वाद रंग मंडल के सचिव डॉ. अमित रोशन, रिवाइवल के चर्चित अभिनेता और निर्देशक कुमार अभिजीत और रंगकर्मी सचिन कुमार ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। महोत्सव के पहले दिन मैथिली नाटक 5 पत्र का मंचन अच्छिंजल के अभिनेताओं ने अभिषेक देवनारायण के निर्देशन में किया। पांच पत्र के लेखक हरिमोहन झा हैं, जिसका नाट्य रूपांतरण महेंद्र मलंगिया और परिकल्पना निर्देशक अभिषेक देवनारायण ने किया है। जीवन के अलग-अलग पड़ाव को रेखांकित किया नाटक में नायक देव कृष्ण और उसकी होने वाली पत्नी के बीच पत्राचार और उसके जीवन के अलग-अलग पड़ाव को रेखांकित किया गया। देव कृष्ण अपनी प्रेमिका की एक झलक पाने उससे संपर्क करने का उल्लेख करता है, तो बाद के पत्रों में वह एक गृहस्थ के रूप में अपने बेटे-बेटियों के साथ जीवन बिता रहा होता है। नाटक एक व्यक्ति के जीवन के विभिन्न पहलुओं को उजागर कर रहा था तो वहीं महाकाव्य का आनंद दे रहा था। व्यक्ति के विचार, भाव, जिम्मेदारी और बदलाव को बड़े ही रोचकता से मंच पर प्रस्तुत किया गया। नाटक में दुविधा, कष्ट, मेल-विछोह, राग-रंग, श्रृंगार और हास्य को शानदार तथा कर्ण प्रिय मैथिली गीत-संगीत को साथ मिलाकर मैथिली लोक-रंग का फुहार बिखेर दिया। सामाजिक सरोकारों को मंच पर उतरा निर्देशक रंगमंच के सामाजिक सरोकारों को मंच पर उतरने में पूर्ण सफल रहे। बिन्नी की भूमिका में सुनीता झा का बेहतरीन अभिनय दर्शकों को गुदगुदाती रही। पुरुष की भूमिका में काश्यप कमल पवन झा मैथिली नाटक के बेहतरीन अभिनेता होने का अहसास करा गए। संगीत संयोजन प्रशांत मंडल, पेंटिंग सर्वप्रिया झा, प्रकाश परिकल्पना अभिषेक देवनारायण, प्रकाश संचालन मोहित मोहन, साउंड-सनोज कुमार का था। उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए डॉ. अमित रोशन ने इस तरीके के महोत्सव को ग्रामीण क्षेत्र में करने के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि रंगमंच का असल में विकास तभी संभव है, जब हम अपनी भाषा और संस्कृति को मंच के माध्यम से आम जन तक पहुंचाएं। कुमार अभिजीत मुन्ना ने कहा मिथिला की मिठास अद्वितीय है। रंगमंच के विकास रही है अकादमी अतिथियों का स्वागत करते हुए सचिव रामानुज प्रसाद सिंह ने कहा कि आहुति नाट्य अकादमी रंगमंच के विकास और निरंतरता को लेकर लगातार सजग रही है। उन्होंने कहा कि आधुनिक रंगकर्म को गांव की मिट्टी से जोड़ने का यह अनूठा और सफल प्रयास निरंतर जारी रहेगा। नाटक के समापन के बाद अभिनेताओं को अंगवस्त्र एवं पुष्पगुच्छ से सम्मानित किया। संचालन अभिनेता और उद्घोषक दीपक कुमार ने किया।
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