गयाजी में दीपावली के बाद AQI 147 के पार:खतरनाक की श्रेणी में हवा, बुजुर्गों-बच्चों के लिए गंभीर खतरा
गया शहर में दीपावली के बाद वायु गुणवत्ता खतरनाक स्तर पर पहुंच गई है। मंगलवार सुबह तक शहर का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 147 से 171 के बीच दर्ज किया गया, जो 'हानिकारक' श्रेणी में आता है। यह स्थिति सामान्य लोगों के लिए भी नुकसानदेह है, जबकि बुजुर्गों, बच्चों और श्वसन संबंधी रोगियों के लिए गंभीर खतरा पैदा कर सकती है। पर्यावरण विशेषज्ञों के अनुसार, दीपावली पर फोड़े गए पटाखों से निकले सूक्ष्म कण (PM2.5) और अन्य प्रदूषक तत्व वातावरण में घुल गए हैं। ठंडी और नमी भरी हवाओं के कारण ये कण लंबे समय तक हवा में स्थिर रहते हैं। इसके अतिरिक्त, शहर में वाहनों की बढ़ती संख्या, निर्माण कार्यों से उड़ने वाली धूल और सर्द मौसम के कारण हवा का ठहराव प्रदूषण को और बढ़ा रहा है। वायु गुणवत्ता में भारी गिरावट दर्ज आईक्यूएयर (IQAir) और एअर क्वालिटी इंडिया (AQI.in) के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, दीपावली की रात और उसके अगले दिन गया में वायु गुणवत्ता में भारी गिरावट दर्ज की गई। कई इलाकों में हवा में PM2.5 का स्तर सुरक्षित सीमा से तीन गुना तक अधिक पाया गया। स्थानीय निवासियों ने बताया कि मंगलवार सुबह शहर पर धुएं की एक परत छाई रही, जिससे दृश्यता कम हो गई थी। लोगों ने आंखों में जलन और सांस लेने में कठिनाई जैसी शिकायतें कीं। पर्यावरण विभाग ने नागरिकों को सलाह दी है कि वे अनावश्यक रूप से घर से बाहर न निकलें, खासकर सुबह और रात के समय जब प्रदूषण का स्तर अधिक होता है। डॉक्टरों ने लोगों को N95 या N99 मास्क पहनने, घर के अंदर एयर प्यूरीफायर का उपयोग करने और बच्चों व बुजुर्गों को प्रदूषण से बचाने की सलाह दी है। जिन लोगों को अस्थमा, एलर्जी या हृदय रोग जैसी पहले से कोई स्वास्थ्य समस्या है, उन्हें अतिरिक्त सावधानी बरतने की आवश्यकता है।
What's Your Reaction?
Like
0
Dislike
0
Love
0
Funny
0
Angry
0
Sad
0
Wow
0