औरंगाबाद में मुफस्सिल थाना क्षेत्र के पवई गांव में खेत में बोरिंग कराने को लेकर दो पट्टीदारों के बीच हिंसक मारपीट की घटना घटी। इस घटना में दोनों पक्ष से आधा दर्जन लोग जख्मी हो गए। घायलों में एक पक्ष से उक्त गांव निवासी वीरेंद्र पाठक, सुनीता पाठक व विशाल कुमार सहित अन्य लोग शामिल हैं, जबकि दूसरे पक्ष से काजल कुमारी, स्वीटी कुमारी सहित अन्य लोग शामिल है। घटना गुरुवार की सुबह की बताई जा रही है। दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर चाकू से जानलेवा हमला करने का आरोप लगाया है। घायल महिला बोली- निजी जमीन पर बोरिंग करा रही रही थी, पट्टीदारों ने मारपीट की सदर अस्पताल में इलाज के दौरान एक पक्ष से जख्मी सुनीता पाठक ने बताया कि गांव में उनका अपना निजी जमीन है। गुरुवार की सुबह वह अपने परिवार वालों के साथ निजी जमीन पर बोरिंग कराने के लिए गई थी। इसी दौरान पाटीदार वहां पहुंचा और बोरिंग कराने से मना करने लगा। इसी बात को लेकर दोनों पक्षों के बीच बहसबाजी शुरू हो गई। मामला धीरे-धीरे तूल पकड़ लिया। इधर, दूसरे पक्ष से जख्मी काजल कुमारी ने बताया कि जिस जगह पर पट्टीदारों की ओर से बोरिंग कराया जा रहा था, वह मेरा निजी जमीन है। बोरिंग कराने से मना किया तो मारपीट की घटना घटी। एक पक्ष के घायलों का आरोप है कि दूसरे पक्ष वालों ने लाठी-डंडे, ईंट-पत्थर व धारदार हथियार से हमला कर दिया। सुनीता पाठक के ऊपर चाकू से जानलेवा हमला किया गया, जिससे उनके हाथ की कलाई कट गया। दोनों पक्षों की ओर से जमीन को अपना-अपना बताया जा रहा है। घटना के बाद घटनास्थल पर मौजूद स्थानीय लोगों ने किसी तरह दोनों पक्षों को अलग कराया और सभी घायलों का इलाज के लिए सदर अस्पताल भिजवाया। फिलहाल सभी घायलों का इलाज सदर अस्पताल में डॉक्टरों की देखरेख में किया जा रहा है। मुफस्सिल थाना अध्यक्ष अशोक कुमार ने बताया कि पवई गांव में मारपीट की सूचना मिली है। पुलिस की टीम को जांच पड़ताल के लिए भेजा गया है। आवेदन मिलने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।