बिहार के पहले दलित मुख्यमंत्री की 111वीं जयंती:अरवल में भोला पासवान शास्त्री को श्रद्धांजलि, विधायक बोले- संविधान की रक्षा जरूरी
अरवल जिला मुख्यालय में रविवार को पासवान चेतना मंच के तत्वावधान में बिहार के प्रथम दलित मुख्यमंत्री भोला पासवान शास्त्री की 111वीं जयंती बड़े उत्साह से मनाई गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता मंच के संयोजक रामाधार पासवान ने की। विधायक ने किया दीप प्रज्वलित मुख्य अतिथि अरवल के विधायक महानंद सिंह ने दीप प्रज्वलित कर समारोह का शुभारंभ किया। उन्होंने अपने संबोधन में कहा, “जब केंद्र की भाजपा सरकार लोकतंत्र, आरक्षण और संविधान पर हमला करती है, तब स्वर्गीय शास्त्री का संघर्ष याद आता है। हमें उनके आदर्शों से प्रेरणा लेकर संविधान की रक्षा के लिए मजबूती से लड़ना होगा।” शिक्षा पर जोर, पासवान रेजिमेंट की मांग विशिष्ट अतिथि जिला योजना पदाधिकारी भरत पासवान ने श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि दलित समाज को शिक्षा पर विशेष ध्यान देकर जागरूकता फैलानी चाहिए। समारोह में वक्ताओं ने कहा कि पासवान समाज हमेशा समाज का रक्षक रहा है और राष्ट्र निर्माण में अहम योगदान दिया है। उन्होंने केंद्र सरकार से “पासवान रेजिमेंट” गठित करने की मांग भी की। भोला पासवान शास्त्री के जीवन पर वक्ताओं के विचार सभी वक्ताओं ने भोला पासवान शास्त्री को गरीबों, दलितों और शोषितों का सच्चा हितैषी और कर्तव्यनिष्ठ नेता बताया। उन्होंने कहा कि शास्त्री जी के निधन के बाद उनके परिवार के पास अंतिम संस्कार के लिए भी पैसे नहीं थे, और आज भी परिवार आर्थिक तंगी में जीवन गुजार रहा है। बड़ी संख्या में कार्यकर्ता शामिल जयंती समारोह में वरिष्ठ नेता वशिष्ठ पासवान, अखिलेश पासवान, विकास पासवान, लालबदन पासवान, मुंगेश्वर पासवान, तपसी राम, सिकंदर पासवान, पूर्व जिला पार्षद प्रत्याशी दिव्या भारती, पूर्व मुखिया शिवकुमार पासवान, अलख पासवान सहित मंच के सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन भाकपा (माले) नेता उपेंद्र पासवान ने किया, जबकि राजद दलित प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष उमेश पासवान ने धन्यवाद ज्ञापन देते हुए सभी कार्यकर्ताओं के प्रति आभार जताया।
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