बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले कांग्रेस पार्टी में आंतरिक असंतोष उभरकर सामने आया है। खगड़िया सदर के मौजूदा कांग्रेस विधायक छत्रपति यादव का टिकट कटने के बाद उन्होंने अपनी नाराजगी खुलकर जाहिर की है। यादव ने पार्टी नेतृत्व पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पटना के बाद अब खगड़िया में भी मीडिया से बात करते हुए विधायक छत्रपति यादव ने अपना दर्द बयां किया। उन्होंने कहा कि जनता ने उन्हें विधायक बनाया था, लेकिन पार्टी के कुछ बिचौलियों की साजिश के कारण उनका टिकट काटकर परबत्ता के डॉ. चंदन यादव को खगड़िया सदर से उम्मीदवार बना दिया गया है। 5 हजार वोटों से हार गए थे छत्रपति यादव ने डॉ. चंदन यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि वे पहले बेलदौर विधानसभा से चुनाव लड़ चुके हैं और वहां 5 हजार वोटों से हार गए थे। यादव के अनुसार, डॉ. चंदन यादव का घर परबत्ता विधानसभा में है, इसलिए उन्हें वहीं से चुनाव लड़ना चाहिए था। उन्होंने यह भी कहा कि खगड़िया की जनता उनके लिए नई है और उन्हें यहां की समस्याओं की जानकारी नहीं है। विधायक ने आरोप लगाया कि कांग्रेस के कुछ नेताओं ने "बड़ी गलती" की है। उनके मुताबिक, मौजूदा विधायक का टिकट काटना कार्यकर्ताओं और जनता के विश्वास के साथ धोखा है। यादव ने दावा किया कि डॉ. चंदन यादव ने "रुपया और संपर्क के बल पर" टिकट हासिल किया है, जिसका अंजाम उन्हें भुगतना पड़ेगा। उन्होंने यह भी कहा कि चुनाव हारने के बाद वे फिर दिल्ली भाग जाएंगे। पार्टी ने बेलदौर से कमजोर चेहरे को दिया टिकट छत्रपति यादव ने बेलदौर विधानसभा सीट को लेकर भी कांग्रेस पर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि पार्टी ने वहां एक कमजोर और अनजाने चेहरे को टिकट दिया है, जो पन्नालाल पटेल जैसे मजबूत उम्मीदवार को कभी नहीं हरा सकता। यादव ने आशंका जताई कि बेलदौर सीट भी महागठबंधन के हाथ से निकल जाएगी।