दरभंगा में पुलिस और पब्लिक के बीच जनसंवाद कार्यक्रम:बहादुरपुर में SSP ने सुनी समस्याएं; लोगों ने नशाखोरी, चोरी, तस्करी, साइबर ठगी का मामला उठाया
दरभंगा में पुलिस-जनता के बीच मैत्रीपूर्ण माहौल बनाने और आपसी समन्वय को मजबूत करने के उद्देश्य से संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। शुक्रवार को बहादुरपुर, केवटी और बहेड़ी थाना परिसर में जनसंवाद कार्यक्रम आयोजित किए गए। जहां आम लोगों ने खुलकर अपनी समस्याएं रखीं। बहादुरपुर थाना में एसएसपी का जनसंवाद बहादुरपुर थाना परिसर में आयोजित जनसंवाद कार्यक्रम में एसएसपी जगुनाथ रेड्डी ने जनप्रतिनिधियों और स्थानीय लोगों से सीधा संवाद किया। इस दौरान थाना क्षेत्र में नशाखोरी, चोरी, तस्करी, अवैध हथियार और साइबर ठगी जैसी घटनाओं पर प्रभावी रोक को लेकर विस्तार से चर्चा हुई। स्थानीय लोगों ने युवाओं में बढ़ती नशे की लत पर गंभीर चिंता जताते हुए सख्त कार्रवाई की मांग की। चोरी की घटनाओं को देखते हुए रात्रि गश्ती और पुलिस पेट्रोलिंग बढ़ाने की बात रखी गई। एसएसपी ने लोगों को इमरजेंसी में 112 डायल सेवा की जानकारी दी। साइबर अपराध से बचाव के उपाय भी बताए। संदिग्ध गतिविधि, अवैध शराब या हथियार से जुड़ी सूचना तुरंत पुलिस को देने की अपील की। ताकि समय रहते कार्रवाई की जा सके। केवटी थाना में पहली बार जनसंवाद केवटी थाना परिसर में सिटी एसपी अशोक कुमार चौधरी की मौजूदगी में पहली बार जनसंवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया। सिटी एसपी ने कहा कि अब यह कार्यक्रम हर महीने होगा, ताकि नागरिकों की समस्याओं का थाना स्तर पर ही समाधान किया जा सके। छोटी-छोटी सामाजिक समस्याओं के लिए अब कोर्ट जाने की जरूरत नहीं होगी, ऐसे मामलों का समाधान थाना पर ही किया जाएगा। जिससे समय और खर्च दोनों की बचत होगी। जनसंवाद में लोगों ने नाबालिगों और युवाओं में तेजी से बढ़ रही नशे की लत, ड्रग्स, दवा दुकानों से बिकने वाली नशीली सामग्री, गांजा और शराब की उपलब्धता पर चिंता जताई। इस पर सिटी एसपी ने थानाध्यक्ष को सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए। इसके अलावा क्षतिग्रस्त थाना भवन, पुलिस आवास, वाहनों की मरम्मत, महुआ शराब निर्माण, माइक्रो फाइनेंस से जुड़ी समस्याएं, सड़क दुर्घटनाएं और अतिक्रमण का मुद्दा भी उठाया गया। ग्रामीण एसपी ने अधिकारियों को दिए निर्देश बहेड़ी थाना परिसर में ग्रामीण एसपी आलोक कुमार ने लोगों की समस्याएं सुनीं और भरोसा दिलाया कि थाना स्तर पर सुलझने वाले मामलों का त्वरित समाधान किया जाएगा। लोगों ने सड़क सुरक्षा, भूमि विवाद, पारिवारिक झगड़े, असामाजिक तत्वों की गतिविधियों और नियमित गश्ती से जुड़ी शिकायतें रखीं। जिन पर मौके पर ही अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए गए। ग्रामीण एसपी ने कहा कि पुलिस का उद्देश्य केवल कानून-व्यवस्था बनाए रखना नहीं, बल्कि जनता का विश्वास जीतना भी है। पुलिस की कार्यशैली को लेकर आम लोगों में यह धारणा बनी हुई है कि लंबे समय से दिए गए आवेदन या याचिकाओं पर कार्रवाई नहीं हो पा रही है। इसी कारण पुलिस और जनता के बीच बेहतर तालमेल स्थापित करने के उद्देश्य से जनसंवाद जैसी व्यवस्था की शुरुआत की गई है। मौके पर समीक्षा की जा रही है ग्रामीण एसपी ने बताया कि जनसंवाद के दौरान लोगों ने पुलिस से जुड़ी अपनी अपेक्षाएं खुलकर रखीं, जिन बिंदुओं पर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश भी दिए गए हैं। इसके अलावा कई लोग अपने केस-मुकदमों से संबंधित नए तथ्यों और पक्षों के साथ भी सामने आए, जिनकी समीक्षा मौके पर ही की जा रही है। भूमि विवाद के मामलों को लेकर उन्होंने स्पष्ट किया कि पुलिस की भूमिका सीमित होती है। पुलिस तभी हस्तक्षेप करती है जब जमीन विवाद को लेकर दो पक्षों के बीच मारपीट या शांति भंग होने की आशंका हो। ऐसी स्थिति में धारा 126 के तहत कार्रवाई की जाती है, जबकि अन्य मामलों को धारा 163 के अंतर्गत सिविल विभाग को भेजा जाता है।
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